बीडब्ल्यूएफ के कार्यक्रम पर सायना, कैरोलीना की निराशा
नई दिल्ली, 20 दिसम्बर (आईएएनएस)| रियो ओलम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता कैरोलीना मारिन और भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल ने बुधवार को विश्व बैडमिटन संघ (बीडब्ल्यूएफ) के व्यवस्त कार्यक्रम पर निराशा जताई है। बुधवार को प्रीमियर बैडमिंटन लीग (पीबीएल) के तीसरे सीजन के आधिकारिक लांच पर संवाददाताओं से बात करते हुए सायना और कैरोलीना ने अपने विचार जाहिर किए।
सायना ने कहा कि बैडमिंटन में कई सुपरसीरीज प्रतियोगिताओं की बजाए पांच सप्ताह के ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट होने चाहिए, क्योंकि सुपरसीरीज प्रतियोगिताएं विश्व भर में हर सप्ताह होती हैं।
ओलम्पिक खेलों की कांस्य पदक विजेता सायना ने कहा, एक खिलाड़ी होने के नाते, मैं निश्चित तौर पर यह कह सकती हूं कि एक के बाद एक टूर्नामेंट खेलना आसान नहीं। अगर आप चाहते हैं कि बैडमिटन की तरह टूर्नामेंट हों, तो पांच सप्ताह वाले साल भर में चार से पांच ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट होने चाहिए, जिनकी पुरस्कार राशि भी अधिक हो।
अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों के बीच भारतीय खिलाड़ियों पर राष्ट्र स्तरीय मुकाबले खेलने के दबाव के बारे में हैदराबाद की बैडमिंटन खिलाड़ी सायना ने कहा, बीडब्ल्यूएफ के कार्यक्रम को देखा जाए, तो राष्ट्रीय प्रतियोगिता अधिक दबाव नहीं डालती हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिता तीन दिन की होती हैं, वहीं सुपरसीरीज मुकाबले पांच दिन तक चलते हैं।
सायना ने कहा, आपको इन टूर्नामेंटों के दौरान होने वाली यात्रा के समय को भी ध्यान में रखना पड़ता है। यह हमारे खिलाड़ियों के लिए काफी भारी होता है। अगला साल भारतीय खिलाड़ियों के लिए काफी व्यस्त होने वाला है, क्योंकि अगले साल एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेल होने हैं।
खिलाड़ियों के चोटिल होने के बारे में सायना ने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है, तो उसे उससे उबरने के लिए काफी समय लगता है, क्योंकि आपने देखा है कि पिछले साल खेलने वाले कई खिलाड़ी इस साल अधिक प्रतियोगिताओं में नजर नहीं आए।
बीडब्ल्यूएफ के कार्यक्रम पर सायना के विचारों का समर्थन करते हुए कैरोलिना ने कहा, सायना ने जो भी कहा मैं उस बात का पूरी तरह से समर्थन करता हूं। कई ऐसे टूर्नामेंट होते हैं, जिनके कारण हमारे पास चोट से उबरने का काफी कम समय होता है।
स्पेनिश बैडमिंटन खिलाड़ी कैरोलीना ने कहा, मैं उनकी बातों को इसलिए भी समझ रही हूं कि स्पेनिश खिलाड़ी होने के नाते मैं एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं लूंगी। ऐसे में अन्य खिलाड़ियों के लिए अगला साल बहुत मुश्किल होने वाला है। इसमें कोई मदद नहीं हो सकती और इसलिए, बेहतर होगा कि अपने खेल पर ध्यान दिया जाए।
पीबीएल का तीसरा सीजन गुवाहाटी में 23 दिसम्बर से शुरू हो रहा है। इसके अलावा, नई दिल्ली, लखनऊ, चेन्नई और हैदराबाद में भी इस लीग के मैच खेले जाएंगे।