जुबां पर आया सोहा अली का दर्द, बोलीं– पैरेंट्स ने मुझे एक्ट्रेस बनने को मोटिवेट नहीं किया
नई दिल्ली। अभिनेत्री सोहा अली खान का कहना है कि उनके माता-पिता ने उन्हें विशेष रूप से अभिनय में जाने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया, लेकिन उनकी दिल की बात सुनने को भी हतोत्साहित नहीं किया। सोहा अली ऑक्सफोर्ड से स्नातक हैं और लंदन स्कूल ऑफ इकोनामिक्स एंड पॉलिटकल साइंस से मास्टर डिग्री ले रही है।
सोहा दिग्गज अभिनेत्री शर्मिला टैगोर और दिवंगत मंसूर अली खान पटौदी की सबसे छोटी बेटी हैं। सोहा ने कहा, “जहां तक अभिनय की बात है मैं यह नहीं कहूंगी कि मुझे अभिनय से हतोत्साहित किया गया, लेकिन मुझे कलाकार बनने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया गया।
मेरे माता-पिता को अहसास हुआ कि मेरा व्यक्तित्व हिंदी फिल्मों में अभिनय के लिए उपयुक्त नहीं है और इसलिए मैं कुछ अलग करके खुश होंगी। किसी दूसरे माता-पिता की तरह वे भी फिल्म उद्योग में बहुत ज्यादा प्रतिस्पर्धा, असुरक्षा व अनिश्चितता को लेकर वह मेरे प्रति सुरक्षात्मक रहे।”
सोहा ने कहा कि मेरे माता-पिता हमेशा चाहते थे कि मैं कुछ स्थिर काम चुंनू और इस वजह से उन्होंने सिटीग्रुप में एक निजी बैंकर के तौर पर कार्य किया। उन्होंने कहा, “इसे लेकर मेरे माता-पिता को गर्व था खास तौर से मेरे पिता को.. मैं उन्हें गर्व का अहसास कराना चाहती थी।
मैं जानती थी कि वह चाहते हैं कि कॉरपोरेट जगत में मैं कुछ करूं। इस वजह से मैंने कोशिश की, लेकिन इसमें मेरा मन नहीं लगा। इसी वजह से मैंने फिल्मों में काम शुरू किया। यह एक कठिन विकल्प था, लेकिन मैं जानती थी कि मेरे माता-पिता इसे पूरे दिल से स्वीकार करेंगे।”