यहां की जनता को पसन्द है गांधी-नेहरु परिवार का ही सांसद
लखनऊ। गुजरात चुनाव को लेकर अभी तक राजनीति के गलियारे में खूब उठापटक मची हुई थी ऐसे में दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से पहले सोनिया गांधी के रिटायरमेंट वाले बयान के बाद उनके संसदीय क्षेत्र रायबरेली में शुक्रवार को हलचल तेज हो गई। दरअसल राजनीतिक गलियारों में ऐसी खबरें आ रही हैं कि राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष पद सौंपने के बाद सोनिया गांधी रिटायर हो जाएंगी। आज संसद परिसर में पत्रकारों से सोनिया गांधी ने ये बात कही। हालांकि इसके बाद खलबली मची तो कांग्रेस पार्टी ने सफाई दी। कांग्रेस से बयान आया कि सोनिया गांधी राजनीति से रिटायर नहीं होने जा रही हैं।
बता दें कि जहां कांग्रेस के पधादिकारी राहुल गाँधी की ताजपोशी के उत्साह के बीच सोनिया गाँधी को अध्यक्ष पद से रिटायर मान रहे है, वहीं कुछ रायबरेली के लोगों का मानना है कि नेहरू-गांधी परिवार से रायबरेली का पारिवारिक रिश्ता रहा है और वह आगे भी ऐसे ही बना रहेगा।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष वीके शुक्ल का कहना है कि नेहरू-गांधी परिवार से जो भी कोई रायबरेली से चुनाव लड़ेगा, हम उसे जिताएंगे। फ़िलहाल अभी यह तय नहीं है कि रायबरेली से चुनाव कौन लड़ेगा। रायबरेली से चुनाव लड़ने वाले पर सोनिया गांधी का आशीर्वाद हमेशा बना रहेगा। वहीं शहर कांग्रेस अध्यक्ष सईदुल हसन ने कहा कि आगामी चुनाव में परिवार तय करेगा कि यहां से कौन चुनाव लड़ेगा।
ज्ञात हो कि रायबरेली के निवासी भी यही चाहते हैं कि देश की संसद में गांधी परिवार का कोई सदस्य नुमाईंदिगी करे। प्रधान धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि अभी तक प्रियंका गांधी रायबरेली के संगठन को देख रही थीं। यह तो आने वाला समय बताएगा कि कौन यहां से चुनाव लड़ेगा। वहीं प्रमोद त्रिपाठी का कहना है कि यहां की जनता चाहती है कि यहां का सांसद नेहरू गांधी परिवार से ही हो।
गौरतलब है कि आज दिल्ली में जब सोनिया गांधी से पूछा गया कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद उनकी पार्टी में भूमिका क्या होगी, तो उन्होंने कहा कि अब वे रिटायर होने जा रही हैं. सोनिया के इस बयान के बाद उनके राजनीति से रिटायरमेंट लेने के कयास भी लगाए जाने लगे हैं. यह भी बहस छिड़ी है कि अगर वे 2019 में चुनाव नहीं लडती हैं तो उनकी जगह कौन वहां से चुनाव लड़ेगा. फिलहाल अभी सोनिया गांधी या कांग्रेस पार्टी की तरफ से उनके चुनाव न लड़ने के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.