आदित्य ठाकरे ने कहा- बीजेपी सरकार को शिवसेना कहेगी बाय-बाय
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के बीच दूरियां इतनी बढ़ती जा रही हैं।शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने जल्द बीजेपी से अलग होने का ऐलान कर दिया है।अगर आदित्य के इस बयान के मायने देखें तो लगता है कि शिवसेना 2019 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने के मूड में है। सरकार में सहयोगी होने के बावजूद मुंबई नगरीय निकाय चुनाव में भी बीजेपी और शिवसेना ने अलग-अलग भाग्य आजमाया था।
बीजेपी के साथ तल्ख रिश्ते साझा कर रही शिवसेना इससे पहले भी एनडीए सरकार से बाहर होने की कई बार धमकी दे चुकी है। रैली को संबोधित करते हुए शिवसेना की युवा इकाई युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे ने कहा कि गठबंधन से हटने के बाद शिवसेना अपने बल पर सत्ता में वापस आएगी। उन्होंने कहा, ‘शिवसेना एक वर्ष में सरकार छोड़ देगी और अपने बल पर सत्ता में वापस आएगी। पार्टी सरकार कब छोड़ेगी इसका निर्णय शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे करेंगे।महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2019 में होगा।
युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे ने ट्वीट करके शिवसेना के कार्यकर्ताओं की ओर से श्रीनगर के लाल चौक में राष्ट्रीय झंडा फहराने का प्रयास करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘हमारे अपने देश में राष्ट्रध्वज फहराने की चुनौती मिलना खराब है। ज्यादा खराब यह है कि (झंडा फहराने का प्रयास करने वाले) शिव सैनिकों और भारतीयों को एक ऐसे राज्य में हिरासत में लिया गया जिसके उपमुख्यमंत्री (निर्मल सिंह) एक ऐसी पार्टी (बीजेपी) से ताल्लुक रखते हैं जो राष्ट्रवाद का पाठ पढ़़ाती है। नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला की पिछले सप्ताह पाक कब्जे वाले कश्मीर पर टिप्प्णी के बाद शिवसेना की जम्मू इकाई ने श्रीनगर में राष्ट्रध्वज फहराने के लिए एक टीम भेजी थी।
उन्होंने यह भी कहा कि झंडा फहराने गये लोगों को सरकार द्वारा समर्थन दिया जाना चाहिए चाहे वह किसी भी पार्टी के हों। दरअसल, अब्दुल्ला ने कहा था, ‘वे (केन्द्र और भाजपा) पीओके में झंडा फहराने की बातें कर रहे हैं। मैं उनसे श्रीनगर के लाल चौक पर जाकर तिरंगा फहराने के लिए कहता हूं। वे यह तक नहीं कर सकते और वे पीओके की बात कर रहे हैं।