चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन, कांग्रेस कार्यकर्ता हिरासत में
नई दिल्ली, 14 दिसम्बर (आईएएनएस)| निर्वाचन आयोग (ईसी) के खिलाफ प्रदर्शन मार्च निकलाने वाले कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गुरुवार को हिरासत में ले लिया गया।
कार्यकर्ता चुनाव आयोग के दोहरे मापदंड को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि आयोग ने पार्टी के नव निर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी को टीवी चैनल पर साक्षात्कार देने के लिए नेटिस जारी किया लेकिन वोट देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए रोड शो पर कोई कार्रवाई नहीं की।
पार्टी ने गुरुवार को आयोग को एक नया ज्ञापन सौंपा है, जिसमें अहमदाबाद में मोदी द्वारा किए गए रोड शो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। ज्ञापन में पार्टी ने ईसी से संविधान का धर्म निभाने का आह्वान किया। साथ ही कानून का पालन करते हुए प्रधानमंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
गुरुवार को गुजरात में अपना वोट देने के बाद प्रधानमंत्री ने रोड शो किया जिसके खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता आयोग के विरोध में मार्च कर रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
पार्टी कार्यकर्ताओं को पटेल चौक के पास सरदार पटेल भवन के बाहर पुलिस ने रोक दिया।
कांग्रेस नेता और महिला मोर्चा की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कहा, चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्थान है। यह किसी पर निर्भर नहीं है। लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया की हत्या की जा रही है। यह आश्चर्यजनक है क्योंकि हमने उन्हें प्रथम दृष्टया सबूत दिया, जिसमें मोदी जी रोड शो कर रहे हैं। क्यों उनके खिलाफ कोई नोटिस नहीं जारी किया गया।
देव ने पूछा, हमारे खिलाफ नोटिस जारी किया गया, इसके लिए हमें कोई दुख नहीं है। लेकिन उनके (भाजपा) खिलाफ क्यों नोटिस जारी नहीं किया गया।
देव ने कहा, जब मोदी जी 8 दिसम्बर को लोगों से 9 दिसम्बर को भाजपा को वोट देने की अपील कर रहे थे तो क्या वह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं था। क्यों उनके खिलाफ नोटिस नहीं जारी किया गया?
देव ने कहा, भाजपा के पास सत्ता है तो वे कही भी जा सकते हैं। हम विपक्ष में हैं तो पुलिस ने हमें रोक दिया। यह हो रहा है देश में। वह आयोग के सामने अपनी ताकत का दुरुपयोग कर रहे हैं।