नहीं रहे एक्टर-डायरेक्टर नीरज वोरा, 10 महीने से थे कोमा में
मुंबई| बॉलीवुड के बहुआयामी प्रतिभाशाली लेखक, निर्देशक और अभिनेता नीरज वोरा का गुरुवार सुबह निधन हो गया। वह 10 महीनों से कोमा में थे। उनके परिवार के एक सदस्य ने यह जानकारी दी। नीरज के छोटे भाई उत्तांक वोरा ने बताया कि अंधेरी अस्पताल में तड़के 4 बजे नीरज का निधन हो गया। वह 54 वर्ष के थे।
उत्तांक ने बताया कि उन्हें पहले फिरोज नाडियाडवालाके घर बरकत ले जाया जाएगा। उसके बाद आज अपराह्न् 3 बजे सांता क्रूज में विद्युत शवदाहगृह में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। ‘रंगीला’ के लेखक और ‘फिर हेरा फेरी’ के निर्देशन के लिए पहचाने जाने वाले प्रतिभाशाली फिल्मकार ने ‘बोल बच्चन’ समेत कई अन्य परियोजनाओं में अभिनय भी किया।
कई महीनों तक फिरोज के जुहू स्थित घर ‘बरकत विला’ के एक कमरे को नीरज के लिए आईसीयू में तब्दील कर दिया गया था। नाडियाडवाला ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “मैं अपने भाई और दोस्त को मौत के चंगुल से बचाने की लड़ाई में हार गया। उनके स्वास्थ्य में काफी सुधार हो रहा था लेकिन शुक्रवार (8 दिसंबर) को अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई।”
उन्होंने कहा, “उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। हमने उन्हें खो दिया।” गुजराती परिवार में जन्मे नीरज को फिल्म उद्योग में अपने अभिनय, लेखन और निर्देशन से हास्य को अलग अंदाज में पेश करने के लिए जाना जाता है। वह रंगमंच से भी करीबी से जुड़े थे और उन्होंने कई टेलीविजन शोज में भी अभिनय किया।
वह ‘रंगीला’, ‘अकेले हम अकेले तुम’, ‘जोश’, ‘बादशाह’, ‘चोरी चोरी चुपके चुपके’, ‘आवारा पागल दीवाना’, ‘दीवाने हुए पागल’, ‘अजनबी’, ‘हेरा फेरी’ और ‘फिर हेरा फेरी’ जैसी फिल्मों के लेखक के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने ‘खिलाड़ी 420’ और ‘फिर हेरा फेरी’ जैसी फिल्मों का निर्देशन भी किया था। फिल्म जगत से वोरा को सबसे पहले श्रद्धांजलि देने वालों में परेश रावल और राहुल ढोलकिया जैसे नाम शामिल हैं।
परेश ने ट्वीट किया, “‘फिर हेरा फेरी’ के लेखक और निर्देशक और कई हिट फिल्में देने वाले नीरज वोरा, नहीं रहे .. ओम शांति।” अभिनेता तुषार कपूर ने कहा, “नीरज वोराजी के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध और दुखी हूं। उन्होंने मुझे ‘गोलमाल’ में कास्ट किया था और ‘रन भोला रन’ में मेरा निर्देशन किया था। यह रिलीज नहीं हुई। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।”
वहीं राहुल ढोलकिया ने उन्हें ‘भारत के बेहतरीन हास्यवादी पटकथा लेखकों’ में से एक बताया। ढेलकिया ने कहा, “वह मेरे दोस्त, रिश्तेदार और मेरी पहली फिल्म ‘कहता है दिल बार बार’ के लेखक भी थे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।” अभिनेता विवेक वासवानी ने भी नीरज को याद किया। फिल्म ‘राजू’ के समय से उन दोनों के बीच दोस्ती थी। लेखक मिलाप झावेरी ने कहा, “आप निश्चित रूप से स्वर्ग में भी सबको हंसाएंगे।”