…तो एक व्यक्ति की गंदी सोच के कारण फैला दुनिया में एचआईवी एड्स
दुनिया में जानलेवा बीमारियों की कमी नहीं है। जो इंसान कि जिंदगी को कष्टमय बना देती हैं और एक तड़पती हुई मौत देती हैं। लेकिन सबसे घातक बीमारी की बात करें तो उसे एचआईवी एड्स है। इस बीमारी के बारे में आप सभी जानते ही होंगे कि ये कैसे फैलता है, इसके लक्षण क्या होते हैं और पीड़ित इंसान को किस तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है इत्यादि।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूरे विश्व में सबसे पहले एड्स किसे हुआ और कब हुआ? आप इस बात को जानकर हैरान हो जाएंगे कि पूरे विश्व में सबसे पहले एड्स किसी मनुष्य को नहीं बल्कि एक चिंपांजी को हुआ था। जानकारी के मुताबिक साल 1908 की बात है जब एक चिंपांजी जोकि घायल हो चुका था उसने शिकारी पर हमला कर दिया और उसे काट लिया था। उसके काटने से उस इंसान को कई खरोचें भी आई थीं। खून के आपस में मिल जाने के बाद चिंपांजी कि ये बीमारी इंफेक्शन के रूप में उस शिकारी को भी लग गई। ऐसे हुआ एचआईवी एड्स का जन्म।
वहीं एड्स को लेकर एक और कहानी काफी प्रचलित है। इसके अनुसार साल 1980 में एक फ्लाइट अटेंडेंट के ऊपर इस बीमारी को जानबूझकर फैलाने के आरोप लगते हैं। रिसर्च के अनुसार Gaetan Dugas नाम का ये व्यक्ति कैनेडियन फ्लाइट अटेंडेंट था। और इसने जानबूझकर नाजायज संबंध बनाए थे ताकि वो अमेरिका के लोगों को नुकसान पहुंचा सके। जानकारों का मानना है कि वो व्यक्ति अमेरिका से इतनी नफरत करता था कि हरपल अमेरिका को नीचा दिखाने को तैयार रहता था। और अपने इसी मकसद को पूरा करने के लिए उसने एड्स जैसी बीमारी को फैलाने की सोची और नाजायज संबंध बनाने शुरू कर दिए।
इसके बाद से इस व्यक्ति को ‘पेशेंट जीरो’ नाम से जाना जाने लगा। ज्ञात हो कि सबसे पहले एड्स की बीमारी को नोटिस करने वाले डॉक्टर्स सैन फ्रांसिस्को के थे। इसके बाद सिर्फ अमेरिका में 10 सालों में 7000 से अधिक लोगों को इस बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया।
इतना तो आप जानते होंगे कि एड्स फैलने की वजह नाजायज संबंध होते हैं। और अगर किसी महिला को एड्स है तो उसके होने वाले बच्चे को भी ये बीमारी निश्चित रूप से होगी। इसके अलावा अगर किसी ऐसे व्यक्ति को इंजेक्शन दिया गया हो जिसे ऐड्स है और उसी इंजेक्शन से किसी और व्यक्ति को अगर इंजेक्शन दिया जाए तो उसे भी एड्स हो जाता है।
तो अब आप जान ही गए होंगे कि कैसे हुआ एचआईवी एड्स का जन्म – लेकिन कई लोगों के अन्दर यह भ्रम है कि जिस व्यक्ति को एड्स है उसे छूने से या उसके साथ खाने-पीने से, उसके साथ उठने-बैठने से भी ये बीमारी फैलती है तो ये गलत है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता ये सिर्फ लोगों का भ्रम है और कुछ भी नहीं।