राष्ट्रीय

छग : मस्ती की पाठशाला में पड़े जान के लाले

राजनांदगांव, 10 दिसंबर (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के इस शहर में हर रविवार को होने लगने वाली मस्ती की पाठशाला उस वक्त मौत की पाठशाला बनते-बनते बची, जब अल सुबह रानीसागर पर बना लक्ष्मण झूला अचानक टूटकर पानी में जा गिरा।

इससे सौ से ज्यादा बच्चे पानी में गिर गए। यह जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने दी। (21:58)
उन्होंने कहा कि जब ये झूला टूटा, उस पर तीन सौ से ज्यादा लोग थे। ये सभी लोग डीजे की धुन पर नाच रहे थे। लोड अधिक होने के कारण ही झूले का एक हिस्सा टूट गया। इसके चलते वहां चीख-पुकार मच गई। बड़ी मुश्किल से बच्चों को पानी से बाहर निकाला गया। एक बच्ची गायब थी, मगर बाद में उसको भी ढूंढकर निकाला गया। उसके सिर पर हल्की चोट लगी थी, लिहाजा उसको अस्पताल भेज दिया गया। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

एएसपी अग्रवाल ने कहा कि झील और चौपाटी के बीच मस्ती की पाठशाला कार्यक्रम चल रहा था। यह कार्यक्रम निगम द्वारा हर रविवार को आयोजित किया जाता है। इसमें बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी वर्ग के लोग शामिल होते हैं। यहां डीजे की धुन पर कई कार्यक्रम होते हैं।

इस झील में लोग बोटिंग भी किया करते हैं। इस कारण जैसे ही ये हादसा हुआ, जागरूक लोगों ने पानी में छलांग लगा दी और नावों के सहारे बच्चों को बाहर निकाला गया। इससे कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।

वर्ष 2007 में चौपाटी के दो हिस्सों को आपस में जोड़ने के लिए लक्ष्मण झूला बनाया गया था। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि यहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है, जिस कारण यह घटना घटी है।

निगमायुक्त और कलेक्टर भीम सिंह का कहना है कि हम मामले की जांच करवा रहे हैं। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

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