ज्यादातर भारतीय अवकाश के दिन भी ईमेल चेक किए बगैर नहीं रहते: सव्रेक्षण
नई दिल्ली, 6 दिसम्बर (आईएएनएस)| अधिकांश भारतीय अवकाश के दिन या कहीं छुट्टी मनाने के लिए जाने पर भी रोजाना अपने ईमेल को चेक किए बगैर नहीं रहते हैं।
साइबर सिक्योरिटी फर्म मकैफी के एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। सर्वेक्षण के दौरान 29 फीसदी लोगों ने यह स्वीकार किया वे दिनभर लगातार अपने ईमेल चेक करते हैं। यह सर्वेक्षण छुट्टी पर रहने के दौरान उपभोक्ताओं के व्यवहार व मनोभाव को जानने के लिए करवाया गया था। साथ ही, इसका मकसद यह भी जानना था डिजिटलीकरण की आदतों से लोगों की व्यक्तिगत सूचना को लेकर कैसे खतरा पैदा हो रहा है।
सर्वेक्षण में पाया गया कि लोग यह जानते हुए भी ईमेल से जुड़े रहना पसंद करते हैं कि इससे अलग होने पर उनको सुकून मिलेगा।
आधे से ज्यादा, तकरीबन 60 फीसदी, भारतीयों ने सर्वेक्षण में यह संकेत दिया कि अवकाश के दिनों वे कम से कम एक घंटा अपने ईमेल, लिखित संदेश पढ़ने व भेजने और सोशल मीडिया पर बिताते हैं।
मकैफी में इंजीनियरिंग विभाग के वाइस-प्रेसिडेंट व प्रबंध निदेशक वेंकट कृष्णापुर ने कहा, छुट्टियां, इन उपकरणों से फुर्सत पाने का एक आदर्श मौका हो सकती हैं लेकिन ज्यादातर भारतीय फिर भी ऐसा करते हैं, मतलब इनसे जुड़े रहते हैं।
लेकिन, लोग जब सुविधा को सुरक्षा पर तरजीह देते हैं और असुरक्षित वाईफाई एक्सेस प्वाइंट्स का इस्तेमाल करते हैं तो वे अपनी व्यक्तिगत सूचनाओं के सार्वजनिक होने की संभावनाओं के साथ समझौता करते हैं।
उन्होंने बताया, हमारे अध्ययन से यह जाहिर होता है कि चार में प्राय: तीन भारतीय अपने अवकाश के दिनों में परिवार, दोस्त व सोशल मीडिया से जुड़ने के लिए असुरक्षित वाईफाई पर भरोसा करते हैं और इस तरह वे साइबर अपराधियों के शिकार बन जाते हैं।
उन्होंने कहा कि यात्रा पर होने के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए और आनलाइन व्यवहार में प्रौद्योगिकी द्वारा उपलब्ध सुविधाओं पर भरोसा करना चाहिए।
सर्वेक्षण में 18 से 55 वर्ष की उम्र के 1,500 लोगों को शामिल किया गया था, जोकि रोजाना कनेक्टेड डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं।
मकैफी ने सार्वनकि व असुरक्षित वाईफाई नेटवर्क का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है।
कैलिफार्निया स्थित कंपनी के मुख्यालय सांता क्लारा ने कहा, अगर आपके लिए सार्वजनिक वाईफाई नेटवर्क का इस्तेमाल जरूरी है तो वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल कीजिए, जिससे आपकी सूचना निजी बनी रहेगी और डाटा सीधा आपकी डिवाइस से वहां पहुंचेगा जहां से आप जुड़ना चाहते हैं।