राष्ट्रीय

चक्रवात ओखी : लापता मछुआरों की तलाश तेज करने की मांग

चेन्नई, 2 दिसम्बर (आईएएनएस)| कन्याकुमारी जिले के करीब एक हजार लापता मछुआरों के परिजनों ने अपने प्रियजनों की तलाश तेज करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि तलाशी और बचाव अभियान में विमानों की मदद ली जाए। ये मछुआरे उस वक्त गहरे समुद्र में थे, जब चक्रवात ओखी ने दक्षिणी तमिलनाडु के तट पर दस्तक दी थी। मछुआरे उसके बाद से ही लापता हैं। सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे परिजनों ने कहा कि मछुआरे तीन दिन पहले लगभग 100 नौका में सवार होकर समुद्र में गए थे, लेकिन वे वापस नहीं लौटे।

गुरुवार को तमिलनाडु और पड़ोसी राज्य केरल में चक्रवात आने के बाद तेज हवाओं और बारिश के कारण संभवत: कई नौकाएं पलट गईं। इलाके में तूफानी परिस्थितियां अभी भी बनी हुई हैं।

द्रमुक के कार्यवाहक अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने मछुआरों के परिवारों की ओर से रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को यह कहते हुए लिखा है, उनके परिवारों को बहुत डर है कि फंसे मछुआरों की जान खतरे में है।

उन्होंने सीतारमण से कहा है, भारतीय तटरक्षक द्वारा तत्काल राहत उपाय किए जाने चाहिए।

कन्याकुमारी उन जिलों में से एक है, जो गुरुवार से चक्रवात के कारण गंभीर रूप से प्रभावित है।

प्र्दशनकारियों के मुताबिक, अभी तक कोई भी अधिकारी उनसे मिलने के लिए नहीं पहुंचा है।

अब वे खोज और बचाव कार्यों के लिए हेलीकाप्टरों के उपयोग की मांग कर रहे हैं।

शुक्रवार को मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि समुद्र में लापता 11 नौकाओं पर 30 मछुआरों को ढूंढ़ने के लिए कदम उठाए जाएं।

राज्य सरकार ने एक बयान में कहा कि मत्स्य विभाग और तटीय सुरक्षा एजेंसियों ने अब तक 18 नौकाओं में सवार 76 मछुआरों को बचाया है।

हालांकि, आईएएनएस द्वारा संपर्क किए जाने पर बचाव कार्यों से जुड़े अधिकारियों ने कोई टिप्पणी नहीं की।

भारतीय तटरक्षक ने शुक्रवार को कहा कि समुद्र में फंसे मछली पकड़ने वाली नावों की खोज और बचाव के लिए उन्होंने तूतीकोरिन से अपने दो जहाजों को गुरुवार को रवाना किया था।

उन्होंने यह भी कहा है कि लापता नौकाओं की समुद्री हवाई खोज के लिए डोर्नियर विमान को लगाया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री पलानीस्वामी से फोन पर बात की और केंद्र सरकार द्वारा सहायता कार्य में मदद का आश्वासन दिया।

पलानीस्वामी ने मोदी को बताया कि राज्य सरकार नुकसान पर एक विस्तृत अध्ययन करेगी और एक रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजेगी।

मुख्यमंत्री ने मोदी को यह भी बताया कि चक्रवात ओखी से सात जिले, मुख्य रूप से कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली प्रभावित हैं।

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