अमेरिकी रक्षामंत्री अगले हफ्ते पाकिस्तान जाएंगे
न्यूयॉर्क, 2 दिसम्बर (आईएएनएस)| अमेरिकी रक्षामंत्री जेम्स मैटिस, जिन्होंने कहा है कि वाशिंगटन को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए इस्लामाबाद को एक और मौका देना चाहिए, सोमवार को पाकिस्तान जा रहे हैं। यह घोषणा अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने की है।
रक्षा विभाग के बयान के मुताबिक, वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से भी मुलाकात की योजना बना रहे हैं।
उनकी बातचीत के दौरान आतंकवाद केंद्रीय मुद्दा रह सकता है। अमेरिकी रक्षामंत्री का यह दौरान काफी अहम समय में हो रहा है, जब 16 साल से संकटग्रस्त अफगानिस्तान में अमेरिका अभियान तेज कर रहा है, उसके सैनिक अफगानी फौज के सहायक के रूप में मोर्चे पर जाने वाले हैं। आतंकी हमलों का प्रतिरोध अमेरिकी फौज की प्राथमिकता है।
पेंटागन की ओर से कहा गया है कि मैटिस अपने इस यात्रा के दौरान मिस्र, जॉर्डन और कुवैत भी जाएंगे, जिसका मकसद मध्यपूर्व, पश्चिम अफ्रीका और दक्षिण एशिया के साथ साझेदारी को लेकर अमेरिका की स्थायी प्रतिद्धता को दोहराना है।
मैटिस सितंबर में भारत गए थे और वहां उन्होंने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के साथ अफगानिस्तान समेत दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को मजबूती प्रदान करने को लेकर बातचीत की थी।
पाकिस्तान से आतंकवाद पैदा होने की समस्या को लेकर अक्टूबर में उन्होंने अमेरिकी सदन की सशस्त्र बल समिति से कहा था, हमें एक बार फिर इस रणनीतिक कार्य को पाकिस्तानियों के जरिए करने की कोशिश करने की जरूरत है और अगर हमारा प्रयास विफल रहा तो राष्ट्रपति ट्रंप जरूरी कदम उठाने को तैयार हैं।
बैठक में जब यह सवाल किया गया था कि अगर पाकिस्तान से प्रमुख गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा छिनने की जरूरत पड़ी तो क्या वाशिंगटन यह कार्रवाई करेगा? उन्होंने इसपर सकारात्मक जवाब देते हुए कहा था कि निश्चित रूप से करेगा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि पाकिस्तान अगर आतंकियों को पनाह देना जारी रखता है तो उसे बहुत कुछ खोना पड़ेगा।
रपट के मुताबिक, अफगानिस्तान में इस समय तकरीबन 14,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं।
अफगानिस्तान अमेरिकी व नाटो सेना के कमांडर जनरल जॉन निकोल्सन ने कहा है कि 1,000 से ज्यादा अमेरिकी सैनिकों की तैनाती अफगान फौज के सलाहकार के तौर पर मोर्चे पर की जाएगी।