मनसे ने प्रवासी विरोधी आंदोलन को दी हवा, मुंबई कांग्रेस कार्यालय में की तोड़फोड़
मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को मुंबई कांग्रेस के मुख्यालय में तोड़-फोड़ की और इसे ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ बताया। कांग्रेस और मनसे दोनों पार्टियों के बीच उत्तर भारतीय और प्रवासियों के मुद्दे को लेकर खींचतान है।
मनसे सचिव संदीप देशपांडे ने हिंसा के लिए खुद की पीठ थपथपाते हुए ट्वीट किया, “मनसे ने भैया संजय निरूपम के कार्यालय पर सर्जिकल स्ट्राइक की। ईंट का जवाब पत्थर से मिलेगा।”
इसके कुछ घंटों बाद मुंबई पुलिस ने देशपांडे को हिरासत में ले लिया। मनसे द्वारा इस इकरारनामे से मुंबई में रह रहे उत्तर भारतीयों के मुद्दे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच जंग फिर तेज हो गई है।
मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरूपम खुद उत्तर भारतीय हैं। उन्होंने इस तोड़-फोड़ को मनसे के नपुंसक और हताश कार्यकर्ताओं की कायराना हरकत बताया।
उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से आग्रह किया कि मनसे के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए, वरना उन्हें (मनसे) माकूल जवाब दिया जाएगा।
कांग्रेस नेता के बयान के बाद पुलिस ने शिवाजी पार्क के पास राज ठाकरे के आवास के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी। मनसे ने लगभग एक दशक बाद प्रवासी विरोधी आंदोलन को दोबारा हवा दी है।
कांग्रेस प्रवासियों का पूरा समर्थन कर रही है, जिसमें फडणवीस और बॉलीवुड अभिनेता नाना पाटेकर का भी सहयोग मिल रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता गुरुदास कामत ने इस हमले की निंदा करते हुए मांग की कि मुंबई पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय पडसलगीकर को तुरंत इन गुंडों को गिरफ्तार करना चाहिए।