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पढ़ाई—लिखाई ही सबकुछ नहीं! 8वी फेल ये लड़का आज है करोड़ों का मालिक

मुंबई। आज के इस दौर में किसी भी माता पिता के लिए अपने बच्चों की शिक्षा से ज्यादा कुछ भी जरुरी नही है, जिसके लिए हर एक व्यक्ति अपने बच्चों का प्रवेश अच्छे से अच्छे स्कूल में करवाते हैं। यह सोच कर कि उनका बच्चा पढ़—लिखकर एक अच्छा आदमी बनकर दिखाएगा और उनका नाम रोशन करेगा। पर यह कोई जरुरी तो नही हर बच्चा पढ़ाई में अच्छा हो। अगर बच्चे स्कूल में फेल हो जाए तो माता पिता का विश्वास अपने बच्चों से उठ जाता है और ज्यादातर पैरंट्स को यह लगने लगता है उनका बच्चा जीवन में कुछ कर भी पाएगा या नहीं ?

तो अब हम बात कर रहे हैं कि क्या स्कूल काॅलेज में फेल होने के बाद आप कामयाब नहीं बन सकते हैं? तो शायद आपके दिमाग में भी यही सवाल उठते होंगे जब आप किसी चीज में पीछे रह जाते होंगे। लेकिन इन सवालों का जवाब है।

वैसे तो देखा जाए तो शिक्षा जिंदगी के लिए महत्वपूर्ण होती है लेकिन हमारी कामयाबी हमारे हाथ में होती है। अगर फेल हो भी जाए तो इसका मतलब ये नहीं है कि आप नाकामयाब हो गए। रास्ते बहुत हैं बस ढूंढने की जरुरत है। अब हम यहां पर बात कर रहे हैं मुंबई के एक लड़के की। इस 8वीं फेल त्रिशनीत अरोरा नाम के लङके ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। बता दें कि त्रिशनीत अरोरा इस वक्त टीएके सिक्योरिटी एलायंस नाम की कंपनी के मालिक हैं इस वक्त जिसकी कीमत 2000 हजार करोङ है। ये कंपनी दूसरी कंपनियों की सिक्युरिटी और कंम्प्यूटर से जुङी अन्य समस्याओं को को हल करती है।

त्रिशनीत अरोरा को बचपन से ही कंम्प्यूटर और डिवाइजस में काफी दिलचस्पी थी। त्रिशनीत अपने खिलौनों को तोङ मोङ कर उन्हें ठीक करने में लग जाते थे। ऐसा ही वो अपनी वीडियो गेम्स के साथ भी करते थे। त्रिशनीत अरोरा के पिता अपने बेटे के लिए कंम्प्यूटर ये सोचकर लाए कि आज के वक्त में कंम्प्यूटर सीखना काफी जरुरी है। लेकिन उन्हें क्या पता था उनका बेटा कंम्प्यूटर का दीवाना हो जाएगा। त्रिशनीत अरोरा का ध्यान पढ़ाई से हट गया जिस वजह से वो आठवीं में फेल हो गया। इस बात पर त्रिनिशत के माता पिता काफी गुस्सा हुए। लेकिन जल्द उन्हें समझ आ गया कि उनके बेटे का मन पढ़ाई से उठ चुका है और आखिर में उन्होंने अपने बेटे को स्कूल से निकाल दिया। और अपने बेटे के कंम्प्यूटर में दिलचस्पी को बढ़ावा सही समझा।

त्रिशनीत अरोरा 19 साल की उम्र में ही साफ्टवेयर क्लीनिंग और कंम्प्यूटर फिक्सिंग में माहिर हो गए। त्रिशनीत अरोरा को पहली बार किसी के लिए साफ्टवेयर किलनर का काम करने पर 60 हजार का चेक मिला। जो 19 साल के लङके के लिए बहुत मायने रखता था जिसने सिर्फ आठवी तक पढ़ाई की थी। इसके बाद त्रिशनित ने अपनी टीएके कंम्प्यूटर सल्यूशन नाम की कंपनी खोली। अभी त्रिशनित अरोरा की उम्र मात्र 22 साल है। उनकी कंपनी सालाना टनओवर करोङो में जाने लगा है। कंपनी की मार्केट वैल्यू इस वक्त 2000 हजार करोङ है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि त्रिशनीत अरोरा की कंपनी इंडिया की बङी बङी कंपनियों के लिए सेक्यूरिटी और साफ्टवेयर क्लीनिंग का काम करती है जिसमें इंडिया के नंबर वन उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज भी शामिल है। साथ ही त्रिशनित अरोरा पंजाब स्टेट के एडवाइजर भी हैं और क्राइम ब्रांच और सीबीआई के लिए भी काम करते हैं।

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