सपा-बसपा की सरकारों की प्राथमिकता विकास नहीं, लूट-खसोट रही : योगी
बलरामपुर, 27 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता है कि शहरी लोगों को उनके घर के आसपास बुनियादी सुविधा मिले और समस्याओं से निजात मिले। उन्होंने कहा कि सपा और बसपा की सरकारों की प्राथमिकता विकास नहीं, लूट-खसोट रही है।
जिले के छोटा परेड ग्राउंड में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा, प्रदेश में पिछली सरकारों ने सूबे की छोटी इकाइयों की अनदेखी की। नगर निकायों को भ्रष्टाचार तथा लूट का अड्डा बनाया। हमारी सरकार की प्राथमिकता छोटी इकाइयों के विकास की भी है।
योगी ने पूर्व प्रधानमंत्री अलट बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा, बलरामपुर जनपद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का कर्मस्थल रह चुका है। यहां के विकास को पिछली सरकारों ने बंद करा दिया था।
उन्होंने पूर्व सरकारों पर निशाना साधाते हुए कहा कि सपा और बसपा की सरकारों की प्राथमिकता में विकास कभी था ही नहीं, लूट-खसोट और जाति-धर्म इनकी प्राथमिकता थी।
योगी ने कहा, हम लोग नगर निकाय को अधिक से अधिक सक्षम और जिम्मेदार बनना चाहते हैं और एक नई कार्य पद्धति के तहत काम करना चाहते हैं।
सरकार के कार्यो को गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, गन्ना किसानों का एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान इस बार हो चुका है। किसानों की खुशहाली में ही प्रदेश की खुशहाली निहित है। हरित अधिकरण (एनजीटी) ने कहा है कि अवैध बूचड़खाने बंद होने चाहिए, लेकिन पिछली सरकार ने ऐसा नहीं किया। हमारी सरकार बनते ही पहले इसे बंद करवाया गया।
उन्होंने कहा, पिछली सरकारों में लोगों को बिजली नहीं दी जाती थी, गांवों में बिजली कनेक्शन को जटिल बना दिया गया था। हमारी सरकार सभी को बिजली पहुंचा रही है। पिछली सरकार के मंत्रियों और विधायकों के घर में ही बिजली आती थी, लेकिन हमारी सरकार ने सभी को बिजली देने का काम करना शुरू किया, आज गांव-गांव तक बिजली पहुंच चुकी है।
योगी ने कहा, हमने नगरीय क्षेत्रों में स्ट्रीट एलईडी लाइट लगवाने का काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए हमने नगरीय निकायों से पैसा नहीं लिया, इसके लिए मोदी सरकार पैसा दे रही है। 653 नगर निकायों को रोशनी से जगमगाने के लिए हमने काम शुरू कर दिया है, ये सभी नगर निकाय दीपावली की तरह रोज चमकेंगे।
उन्होंने कहा, हमारी सरकार अगले तीन साल में चार लाख नौकरियां देगी। वहीं निजी क्षेत्र में हम करीब 10 लाख नौकरियां ले कर आ रहे हैं क्योंकि, यहां अब निवेश हो रहा है।