म्यांमार के रखाइने राज्य के लिए भारत ने भेजी राहत सामग्री
नई दिल्ली, 25 नवंबर (आईएएनएस)| म्यांमार के रखाइने राज्य के हालात को सामान्य बनाने के मकसद से भारत ने 3000 परिवारों के लिए पर्याप्त राहत सामग्री भेजी है। रखाइने में भड़की हिसा के कारण रोहिंग्या शरणार्थी वहां से भाग निकले थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शुक्रवार शाम ट्वीट किया, भारत के लोगों की शुभकामनाओं के साथ। भारतीय वायुसेना का विमान आज म्यांमार के यंगून में उतर चुका है। जिसमें 3000 परिवारों के लिए रोजमर्रा की जरूरत के सामान जैसे चावल, तेल, नमक, चीनी, साबुन आदि हैं। इन सामानों को रखाइने राज्य में विस्थापित लोगों में वितरित किया जाएगा।
रखाइने में अगस्त के अंतिम सप्ताह में भड़की हिंसा के बाद छह लाख रोहिंग्या पड़ोसी देश बांग्लादेश भाग गए थे।
म्यांमार में रोहिंग्या समुदाय से नागरिकता छीन ली गई थी और वे बांग्लादेश में बौतर शराणार्थी के दर्जे के साथ रह रहे हैं।
मानवाधिकार निगरानीकर्ताओं ने म्यांमार सेना पर रोहिंग्या विद्रोहियों के सफाए की आड़ में अल्पसंख्यक लोगों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया था। विद्रोहियों ने 25 अगस्त को कई सरकारी चौकियों पर हमले किए थे।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री अबुल हसन महमूद अली और म्यांमार की स्टेट काउंसलर कार्यालय के मंत्री क्यू टिंट स्वे ने गुरुवार को नेपेडा द्वारा शरणार्थियों को वापस लेने के लिए एक ज्ञापन समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
भारत ने कहा कि इस मुद्दे को मानवीय तरीके से संभाला जाना चाहिए, रखाइने में विकास गतिविधियों की शुरुआत की जानी चाहिए और शरणार्थियों की सुरक्षित घर वापसी के लिए स्थितियां तैयार की जानी चाहिए।
सितंबर में म्यांमार के अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के साथ बैठक में मुद्दे को लेकर भारत की चिंताएं साझा की थी।
भारत ने रोहिंग्या शरणार्थी संकट को संभालने के लिए बांग्लादेश को भी राहत सामग्री भेजी है।