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निजी सुरक्षा एजेंसियों का विकास सराहनीय : राधामोहन सिंह

नई दिल्ली, 23 नवंबर (आईएएनएस)| सुरक्षा का कार्य अति महत्वपूर्ण है। भारत की मजबूती से ही एशिया की मजबूती होगी। भारत को मजबूत बनाने के लिए ग्रामीण भारत के साथ किसान को मजबूत करना पड़ेगा।

इनके बिना मजबूत भारत की कल्पना सम्भव नहीं हैं। यह बातें केंद्रीय कृषि एवं कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटी एंड सेफ्टी मैनेजमेंट (आईआईएसएसएम) के 27वें वैश्विक सम्मेलन में कहीं। सम्मेलन में केंद्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री गिरिराज सिंह भी शामिल हुए।

राधामोहन सिंह ने कहा, आज आधुनिक युग के साथ चलना बहुत आवश्यक है। सुरक्षा उद्योग में नई तकनीकों का उपयोग दर्शाता है कि सुरक्षा एजेंसियां दुनिया के साथ आगे बढ़ रहीं हैं। यही आधुनिकीकरण कृषि में भी आवश्यक हैं। केंद्र सरकार इस दिशा में तेजी से कार्य कर रही है।

गिरिराज सिंह ने भारत माता की जय और वन्दे मातरम से अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, निजी सुरक्षा एजेंसी द्वारा देश के बड़े-बड़े स्थलों की सुरक्षा की जा रही है। दुनिया में करीब 40 ऐसे देश हैं जहां पुलिस से ज्यादा संख्या निजी सुरक्षा कर्मी हैं। इंग्लैंड में 1 लाख 51 हजार पुलिसकर्मियों के मुकाबले 2 लाख 32 हजार हैं।

गिरिराज सिंह ने कहा, सुरक्षा उद्योग शिक्षा एवं स्वास्थ्य के बाद तीसरा सबसे बड़ा बाजार है। देश में निजी सुरक्षा एजेंसियां 70 लाख लोगों को रोजगार दे रही हैं। आगामी दिनों में 60 से 70 लाख और रोजगार इसमे उत्पन्न होंगे। निजी सुरक्षा एजेंसी में अब गुणवत्ता पर कार्य हो रहा हैं। निजी सुरक्षा कर्मी आज पुलिस के मुकबले कहीं ज्यादा हैं। आज दुनिया सरकारी एजेंसी के बदले निजी सुरक्षा एजेंसी पर डिपेंडेंट हो रही है क्योंकि उनकी गुणवत्ता आधुनिक है। भारत में भी इसी तर्ज पर कार्य करना पड़ेगा। सुरक्षा में आज टेक्नोलॉजी का महत्व बढ़ गया हैं।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना समेत कई कल्याणकारी योजनाएं देश मे चलाई जा रहीं हैं। ई-गवर्नेंस के माध्यम से देश डिजिटल इंडिया के तहत डिजिटल कृषि की तरफ कार्य कर रही हैं। कृषि के क्षेत्र में पहली बार देश में मूलभूत सुविधाओं के आधुनिकीकरण पर कार्य हो रहा है।

उन्होंने सुरक्षा जगत से जुड़े उद्योगपतियों को ‘मेक इन इंडिया’ के तहत सुरक्षा उपकरणों के उद्योग को बढ़ावा देने की अपील की।

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