दक्षिण अफ्रीका दौरे को ध्यान में रखते हुए उछाल भरी पिच मांगी : कोहली
नागपुर, 23 नवंबर (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण अफ्रीका दौरे को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यहां श्रीलंका के खिलाफ होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में उछाल भरी पिच की मांग की थी। कोलकाता में खेला गया पहला टेस्ट मैच ड्रॉ होने के बाद भारत और श्रीलंका दूसरे टेस्ट मैच में शुक्रवार को जीत हासिल करते हुए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल करना चाहेंगे।
कोहली ने मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, हां, मैंने उछाल भरी पिचों की मांग की थी क्योंकि दुर्भाग्यवश हमें दक्षिण अफ्रीका जाने से पहले सिर्फ दो दिन मिलेंगे। इसलिए हमारे पास कोई और विकल्प नहीं है। इसलिए हम इन मैचों में उस तरह की परिस्थतियों में खेलने की कोशिश कर रहे हैं और वहां के हालात के बारे में सोच रहे हैं।
कोहली ने कहा, अगर हमें एक महीने का समय मिला होता तो हम शिविर लगाकर अच्छी तैयारी करते, लेकिन हमें हमारे पास जो समय है उसके अनुसार ही काम करना होगा।
भारत इस टेस्ट सीरीज के खत्म होने के बाद श्रीलंका के खिलाफ वनडे और टी-20 सीरीज भी खेलेगा। दौरे का आखिरी मैच 24 दिसंबर को तीसरे टी-20 के रूप में खेला जाएगा जबकि 28 दिसंबर को भारतीय टीम, दक्षिण अफ्रीका के लिए उड़ान भरेगी।
कोहली ने कहा, हमेशा की तरह समय की कमी है। मुझे लगाता की इस पर विचार किया जाना चाहिए क्योंकि जब हमें बाहर जाना होता है तो हम आसानी से टीम का आंकलन कर लेते हैं लेकिन हम इस बात पर ध्यान नही देते हैं कि हमें वहां जाने से पहले तैयारी की कितना समय मिला।
उन्होंने कहा, और, टेस्ट मैच के बाद जब परिणाम आते हैं तो हर कोई खिलाड़ियों को परखने लगता है। सभी कुछ साफ-साफ होना चाहिए, जिसमें हमें अपने हिसाब से तैयारी करने का अवसर मिलना चाहिए, इसके बाद हमारी आलोचना होनी चाहिए। इसलिए हमें लगा कि हमारे पास अपने आप को चुनौती देने का यह अच्छा मौका है, खुद को उन हालात (दक्षिण अफ्रीका के हालात) में रखकर खेलने का मौका है।।
कोहली ने साथ ही इस बात के संकेत दिए कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वह टीम में सुंतलन बनाए रखने के लिए रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा में से किसी एक को आराम भी दे सकते हैं।
उन्होंने कहा, मैं पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि जब हम विदेश में खेलेंगे तो दो स्पिनरों के साथ खेलेंगे या नहीं।
कप्तान के मुताबिक, ऐसा इसलिए क्योंकि हमें टीम संतुलन बनाए रखने की जरूरत है। जाहिर सी बात है कि यह दोनों खिलाड़ी बल्लेबाजी काबिलियत के मुताबिक पहले टेस्ट में टीम में स्थान पाने के हकदार हैं।