‘ललकार’ को गांवों तक पहुंचाना चाहते हैं फरहान अख्तर
मुंबई, 22 नवंबर (आईएएनएस)| अभिनेता फरहान अख्तर अपने संगीत कार्यक्रम ‘ललकार’ के माध्यम से लैंगिक हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाना चाहते हैं। उनका कहना है कि वह इस आंदोलन को गांवों और छोटे शहरों में ले जाना चाहते हैं।
फरहान मंगलवार को अपने फाउंडेशन मर्द (दुष्कर्म और भेदभाव के विरुद्ध पुरुष), बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित संगीत कार्यक्रम ‘ललकार’ में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन शहरों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए।
उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि यह आंदोलन गांवों और छोटे शहरों तक और आगे बढ़े, जिससे यह कोई संभ्रांतवादी आंदोलन न लगे।
उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि क्षेत्रीय कलाकार और लोग इससे जुड़ें क्योंकि हम इस संगीत कार्यक्रम को विभिन्न भाषाओं में पेश करना चाहते हैं।
फरहान अख्तर का फाउंडेशन ‘मर्द’ एक सामाजिक पहल है, जिसका उद्देश्य लैंगिक समानता और महिलाओं के प्रति सम्मान के लिए जागरूकता पैदा करना है।
यह पूछे जाने पर कि ‘मर्द’ के ‘ललकार’ के माध्यम से वह किस तरह की जागरूकता लाने का प्रयत्न कर रहे हैं, फरहान ने कहा, इस कार्यक्रम का एक संदेश है।
‘ललकार’ संगीत कार्यक्रम के बारे में फरहान ने कहा, मुझे उम्मीदों के बारे में नहीं पता, लेकिन मैं इस तरह का संगीत कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर बहुत खुश हूं। यह एक निशुल्क संगीत कार्यक्रम है और हम चाहते हैं कि बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल हों।
शाहरुख खान, अरमान मलिक, सलीम मर्चेट, सुलेमान मर्चेट, हर्षदीप कौर, सुकृति ककर और प्रकृति कक्कर जैसे सितारे कार्यक्रम का हिस्सा बन चुके हैं।
सुपरस्टार शाहरुख खान ने भी कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी।