मप्र में ‘108 एंबुलेंस सेवा’ कर्मी काम पर लौटे
भोपाल, 20 नवंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में ‘108 एंबुलेंस सेवा’ के कर्मचारी चिकित्सा हेल्थकेयर द्वारा वेतन दिए जाने का आश्वासन मिलने पर दूसरे दिन सोमवार को काम पर लौट आए हैं। कर्मचारियों के काम पर लौटने से सबसे ज्यादा राहत उन परिवारों ने ली है, जिनके लिए गंभीर मरीजों को अस्पताल तक ले जाना मुश्किल हो गया था। 108 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के प्रवक्ता असलम खान ने आईएएनएस से कहा कि सोमवार को उनकी हड़ताल का दूसरा दिन था, स्वास्थ्य सेवाओं पर व्यापक असर पड़ रहा था।
चिकित्सा हेल्थ केयर संस्था के परियोजना प्रबंधक वसीम खान और कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल के बीच चर्चा हुई, जिसमें तय किया गया कि हर माह वेतन का भुगतान 15 तारीख तक हो जाया करेगा। वहीं अन्य लंबित भुगतान पर भी निर्णय जल्दी होगा। इस आश्वासन और आम आदमी की परेशानी को देखते हुए कर्मचारी काम पर लौट आए हैं।
असलम खान के मुताबिक, राज्य में इस सेवा के संचालन का काम चिकित्सा हेल्थ केयर संस्था के जरिए होता है। सरकार से इस संस्था को रकम मिली है, लेकिन कर्मचारियों को भुगतान समय पर नहीं किया जाता। यह संस्था एक माह का वेतन पहले से ही रोककर चलती है। वहीं अक्टूबर माह का वेतन अब तक नहीं मिला है। इसके चलते कर्मचारियों के परिवारों के सामने कई तरह की समस्याएं खड़ी हो गई हैं।
राज्य में मरीजों का तुरंत उपचार उपलब्ध कराने के साथ नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाने में ‘108 एंबुलेंस सेवा’ की मुख्य भूमिका है। राज्य में ‘108 एंबुलेंस सेवा’ में 600 से अधिक एंबुलेंस का संचालन होता है। इन एंबुलेंस में तीन हजार से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं।
इस सेवा का लाभ दिलाने के लिए भोपाल में एक नियंत्रण कक्ष है, जहां फोन करके किसी भी मरीज या हादसे के घायलों की सूचना देने के कुछ देर बाद ही यह वाहन पहुंच जाता है। इस हड़ताल में नियंत्रण कक्ष के कर्मचारी भी शामिल थे, जिसके चलते यहां आने वाले फोन उठाने वाला भी कोई नहीं था।
गौरतलब है कि इससे पहले अप्रैल माह में भी ‘108 एंबुलेंस सेवा’ के कर्मचारी हड़ताल पर गए थे। तब भी स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर पड़ा था। इस बार कर्मचारियों को अपना वेतन पाने के लिए हड़ताल पर जाना पड़ा। प्रबंधन बातचीत को जल्दी राजी हो गया, जिससे बात सुलझ गई।