‘राष्ट्रमाता’ पर बनी फिल्म का मप्र में प्रदर्शन नहीं : शिवराज
भोपाल, 20 नवंबर (आईएएनएस)| संजय लीला भंसाली की फिल्म को लेकर चल रहे विवाद में एक नया मोड़ आ गया है। राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पद्मावती को ‘राष्ट्रमाता’ बताते हुए ऐलान किया है कि पद्मावती के सम्मान के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, लिहाजा उन पर बनी फिल्म का प्रदर्शन राज्य में नहीं होगा। राज्य के विभिन्न हिस्सों से आए राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के साथ यहां मुख्यमंत्री आवास पर शिवराज से सोमवार को मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने अपनी बात कही।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, आज पूरा देश एक स्वर में कह रहा है कि महारानी पद्मावती पर जो फिल्म बनाई गई है, उसमें ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ किया गया है, मैं जोश समझ सकता हूं, मगर जोश में होश होना भी जरूरी है।
चौहान ने फिल्म के ऐतिहासिक तथ्यों से हुए छेड़छाड़ का जिक्र करते हुए कहा, ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ कर अगर राष्ट्रमाता पद्मावती जी के सम्मान के खिलाफ जो दृश्य दिखाए जाने की बात कही गई है.. तो मध्य प्रदेश की धरती पर फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने राजपूत समाज को भरोसा दिलाया कि फिल्म भले ही रिलीज हो जाए, मगर मध्य प्रदेश में उस पर बैन रहेगा, यहां किसी भी स्थिति में फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा।
इस मौके पर मौजूद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने भंसाली पर जमकर हमले बोले। उन्होंने कहा, इस हिंदुस्तान की धरती पर अनेक पापी लोग आए, पाप करके चले गए, आज भी दुर्भाग्य है कि हिंदुस्तान की धरती पर कुछ पापी भेष बनाकर आ जाते हैं और धन बनाने के लिए देश के इतिहास के साथ छेड़छाड़ करते हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद विभिन्न संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों ने चौहान के इस कदम का स्वागत किया है। साथ ही कुछ लोगों ने यहां तक कहा कि चौहान ने उनका साथ दिया है, लिहाजा वे चौहान का साथ देंगे।
फिल्म ‘पद्मावती’ पहली दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन विवादों के कारण निर्माताओं ने तय तारीख पर इसे रिलीज न करने का फैसला लिया है। विवाद इसलिए गहरा गया है, क्योंकि गुजरात चुनाव के मद्देनजर भाजपा को यह फायदेमंद मुद्दा लग रहा है। गुजरात में प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, इसलिए भाजपा इसके जरिए राजपूत वोट पक्का करने में लगी है। यह फिल्म संभवत: गुजरात चुनाव के बाद ही रिलीज हो पाएगी।