उप्र : भुलसी के प्रधान का शव संदिग्ध हालत में मिला
लखनऊ, 19 नवंबर (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश की राजधानी क्षेत्र के मलिहाबाद इलाके के भुलसी गांव में प्रधान का शव रविवार को संदिग्ध हालत में सड़क किनारे पड़ा मिला। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक की पहचान भुलसी गांव के प्रधान मनोज कुमार रावत (35) के रूप में की। प्रधान का शव मिलने की खबर से इलाके में तनाव फैल गया। परिजनों ने प्रधान की मौत को हत्या बताते हुए पूर्व प्रधान पर हत्या कराए जाने का आरोप लगाया। वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्र्दशन किया और हत्यारों को जल्द ही पकड़ने की मांग की।
प्रधान की संदिग्ध हालत में मौत की खबर मिलने पर मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का निर्देश दिया।
एसएसपी दीपक कुमार ने कहा कि हत्यारे जल्द की जेल की सलाखों के पीछे भेजे जाएंगे। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी मिली है कि मलिहाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत दुलारमऊ के मजरा भुंसी ने निवासी मनोज कुमार रावत (35) भुलसा गांव के ग्राम प्रधान थे। शनिवार को वह अपनी बाइक से किसा काम के लिए घर से निकले, पर वापस नहीं पहुंचे। रविवार सुबह मनोज का शव दतली रोड पर नाले के पास औंधे मुंह पड़ा मिला। घटनास्थल के निकट ही ग्राम प्रधान की बाइक मिली है।
पुलिस ने मृतक की पहचान कर मामले की सूचना परिजनों की दी। मृतक का शव मिट्टी से सना था। ग्राम प्रधान की मौत की सूचना मिलते ही मौके पर परिजन व ग्रामीण पहुंचे। परिजनों ने मृतक की हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। परिजनों ने गांव के पूर्व प्रधान पर हत्या का शक जाहिर किया है।
वहीं ग्रामीणों ने भी सड़क जाम कर प्रदर्शन कर किया और हत्यारों को पकड़ने की मांग को लेकर शव को उठाने नहीं दिया। जब सांसद कौशल किशोर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया, उसके बाद लोगों ने ग्राम प्रधान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने दिया।
दिवंगत प्रधान मनोज के परिवार में पत्नी उषा देवी (32) के अलावा उनकी चार बेटियां ज्योति (9), निधि (7), प्रीति (5), प्रतिमा (3) और एक डेढ़ वर्षीय बेटा गौरव रावत है। घर के मुखिया की मौत की खबर जैसे ही मिली, घर में कोहराम मच गया।