ऑडिशन का मतलब कौशल पर सवाल नहीं : मानव कौल
मुंबई, 19 नवंबर (आईएएनएस)| थियेटर और फिल्म अभिनेता मानव कौल को नई फिल्म ‘तुम्हारी सुलू’ में भूमिका हासिल करने के लिए ऑडिशन देना पड़ा था। इस पर उनका कहना है कि उन्हें अपने कौशल पर अहंकार नहीं है क्योंकि ऑडिशन चुनाव की एक प्रक्रिया है कि जिसके जरिए निर्देशक इसकी जांच करता है कि कलाकार किरदार में फिट है या नहीं। ‘तुम्हारी सुलू’ में मानव, विद्या बालन के पति की भूमिका में हैं। यह सुरेश त्रिवेनी द्वारा निर्देशित थी।
वह ‘काय पो छे!’, ‘सिटीलाइट्स’, ‘वजीर’ और ‘जय गंगाजल’ जैसी फिल्मों में अपना अभिनय कौशल दिखा चुके हैं।
मानव ने बताया कि उन्होंने ‘तुम्हारी सुलू’ के लिए ऑडिशन दिया था।
उन्होंने कहा, मुझे कहानी पसंद थी। स्क्रिप्ट दिलचस्प थी और मैं इसका हिस्सा बनना चाहता था, लेकिन मुझे ऑडिशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ा।
उनसे पूछा गया कि रंगमंच की दुनिया में लोकप्रियता और सम्मान पाने, नाटककार और निर्देशक के रूप में पुरस्कार जीतने के बाद एक किरदार के लिए ऑडिशन देने में क्या उन्होंने असहजता महसूस की?
इस पर मानव ने कहा, नहीं, मुझे ऑडिशन देने में अजीब क्यों लगेगा? मुझे लगता है कि एक कलाकार को कास्ट करने के लिए ऑडिशन सबसे अच्छा तरीका है और एक निर्देशक का अधिकार है कि वह कलाकार को कास्ट करने से पहले उसका ऑडिशन ले सके।
उन्होंने कहा, ऑडिशन का मतलब यह नहीं है कि निर्देशक मेरे कौशल और क्षमता पर सवाल उठा रहा है, यह इस पर होता है कि क्या मुझमें उस भूमिका का सार दिख रहा है। इसे लेकर मुझमें कोई ‘इगो’ नहीं है, यह एक प्रक्रिया है।
‘काय पो छे!’ और ‘वजीर’ के लिए भी उन्होंने ऑडिशन दिया था।