सरां महासभा में पाकिस्तान प्रायोजित प्रस्ताव पारित
संयुक्त राष्ट्र, 18 नवंबर (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पाकिस्तान-प्रायोजित एक प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया है। यह प्रस्ताव इस बात की पुष्टि करता है कि सभी को आत्मनिर्णय का अधिकार मानवाधिकारों की प्रभावी गारंटी की एक बुनियादी शर्त है। ‘डॉन’ की रपट के अनुसार, 193 सदस्यीय सभा की तीसरी समिति में बगैर मतदान के गुरुवार को 75 देशों द्वारा सह-प्रायोजित प्रस्ताव को पारित कर दिया गया, जो सामाजिक, मानवीय और सांस्कृतिक मुद्दों के लिए काम करती है।
इससे पहले समिति में प्रस्ताव पेश करते हुए पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने कहा कि आत्मनिर्णय के अधिकार ने विदेशी कब्जे के खिलाफ संघर्ष में लोगों के बीच उम्मीद जगाई है और इस अधिकार का सभी प्रमुख संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलनों, गुट-निरपेक्ष आंदोलन और इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने समर्थन किया है।
यह प्रस्ताव अगले महीने महासभा में पुष्टि किए जा सकता है।
इस प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि किसी भी देश में विदेशी सैन्य हस्तक्षेप, आक्रामकता और कब्जे के कृत्यों का महासभा विरोध करेगी।
प्रस्ताव में उन देशों से आह्रान किया गया है, जिसने अन्य देश में सैन्य हस्तक्षेप या कब्जा कर रखा है। इन्हें तुरंत विदेशी धरती और क्षेत्रों पर दमन, भेदभाव, शोषण और दुराचार के सभी कृत्य बंद करने होंगे।