अंबानी परिवार की घरेलू नौकरी में मिलती है लाखों की सैलरी पर नियम इतने सख्त कि…
जी हां। जब लोगों को ये मालूम पड़ा कि मुकेश अंबानी के ड्राईवर को 2 लाख प्रति माह सैलरी मिलती है तो सभी के पैरों तले जमीं खिसक गई और बस एक ही सवाल ने सबके दिलोंदिमाग में घर कर लिया।
दरअसल, लोगों का कहना था कि अगर मुकेश अंबानी के ड्राईवर की इतनी सैलरी है तो जरुर ही उनके नौकरों में भी कुछ स्पेशल बात जरुर होगी।
लेकिन आज हम इस बात को सिद्ध करने का एक पैमाना भी लेकर आए है आज हम आपको बताएगें कि हाई पैकज जॉब को पाने के लिए और इन रईसजादों के घर का नौकर बनने के लिए क्या कुछ करना पड़ता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि , ‘भारत में किसी बटलर को दो लाख रुपये तक सैलरी मिल सकती है, लेकिन इसके लिए उसे टेबल क्लॉथ बिछाने से लेकर क्रॉकरी, कटलरी और एंटीक्स की साफ-सफाई, सूटकेस पैकिंग और कपड़ों को संभालने से लेकर नशे में धुत अतिथियों को संभालने और बॉस के तमाम हॉलिडे होम्स को व्यवस्थित रखने का मेहनतकश काम आना चाहिए है।
जो लोग विदेशी भाषा और संस्कृति की समझ रखते हैं, उन्हें और ज्यादा पैसा मिल सकता है। एक अच्छे बटलर को परिवार की आदतों और पसंद-नापसंद को भी जल्दी समझना होता है। जैसे किस सदस्य को कब जूस, कॉपी या स्कॉच चाहिए।
वहीँ शोफर या ड्राइवर जैसे पदों के लिए जाने-मानें शोफर सर्विसेज के अमीन मर्चेंट का कहना हैं, ‘लग्जरी कारों के ड्राइवरों को हमेशा अच्छी सैलरी मिलती है।’ अमीन की कंपनी अडानी ग्रुप, हिंदुजा ग्रुप, वाडिया-गांधी और मैरिको के चेयरमैन हर्ष मैरीवाला को ड्राइवर उपलब्ध कराती है।
इतना ही नहीं बल्कि इन ड्राइवरों को देखरेख, साफ-सफाई, ऐंगर मैनेजमेंट और अच्छे संस्कार भी सिखाए जाते हैं।
उनका कहना है कि, ‘हाईप्रोफाइल परिवारों के ड्राइवर कभी कार के रियर व्यू मिरर में पीछे बैठे शख्स को नहीं देखते। ड्राईवर के पसीने से बदबू न आए इसीलिए उन्हें प्याज, लहसुन और पापड़ खाने तक को मना किया जाता है।