17 सालों से ससुरालियों के हाथों पिट रही थी महिला जज, अब लगाई गुहार
महिला जज ने दहेज उत्पीड़न के खिलाफ पुलिस थाने में दर्ज कराई शिकायत
अहमदाबाद। न्याय देने वाली महिला जज ने अब अपने पति से न्याय दिलाने के पुलिस से गुहार लगाई है। अहमदाबाद की इस महिला जज ने गुरुवार शाम को बोपल पुलिस थाने में पति और ससुराल वालों के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई है।
महिला जज ने बताया कि उसका पति और ससुराल वाले दहेज लाने का दबाव बनाने के लिए उसे मारते-पीटते हैं। बदनामी के डर से वह पिछले 17 वर्ष से चुप थी।
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पुलिस को दी शिकायत में महिला जज ने बताया कि वर्ष 2000 में उसकी शादी हुई थी। शादी की पहली रात को पति ने कहा कि वह उसे जिस्मानी सुख देने में असमर्थ है। उसके लिए परिवार ज्यादा अहम है।
यह सुनकर महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई, लेकिन वह समाज में परिवार की बदनामी के डर से चुप रही। शादी के ठीक बाद तक पति ढंग की नौकरी भी नहीं करता था। लिहाजा घर चलाने में भी मुश्किलें पेश आने लगीं। घर में रुपए नहीं होने के कारण ससुराल वाले हमेशा दहेज के लिए ताना देते थे और यहां तक कि मारते पीटते भी थे।
इस दौरान महिला ने जज की परीक्षा दी और उसमें पास होकर अहमदाबाद शहर में सिविल जज के तौर पर नियुक्त हो गई। उसे उम्मीद थी कि इससे सारी परेशानी हल हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उसका पूरा वेतन ससुराल वाले हड़प लेते थे।
महिला के मुताबिक, संतान प्राप्ति के लिए वह पति को डॉक्टर के पास ले गई थी। वहां डॉक्टर के लंबे इलाज के बाद उसने 2008 में एक बालक को जन्म दिया। हालांकि बालक के जन्म लेने के सात वर्ष बाद उसका ग्रामीण क्षेत्र में तबादला हो गया।
बेटी की पढ़ाई खराब न हो, इसलिए उसने बेटे को अहमदाबाद में पति के पास छोड़ दिया। पति ने इसका भी गलत फायदा उठाया। वह फीस के सभी रुपए हड़प लेता था।
हर तरफ से परेशान होकर महिला ने बेटे को पिता के यहां छोड़ दिया। पति वहां भी पहुंच जाता था और अपने ही बेटे को मारने की धमकी देता था। बहरहाल, अब पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।