राष्ट्रीय

गंगा किनारे के किसानों की उपेक्षा कर रही योगी सरकार : सपा

लखनऊ, 9 नम्वबर (आईएएनएस/आईपीएन)। समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर गंगा किनारे रहने वाले किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि कन्नौज, कानपुर, फतेहपुर, उन्नाव, रायबरेली, इलाहाबाद सहित प्रदेश में गंगा किनारे लाखों किसानों की आजीविका पर अब सरकारी उपेक्षा से भारी संकट छा गया है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने गुरुवार को कहा, सरकार ने राहत नहीं दी तो किसान परिवारों में भुखमरी के हालात पैदा हो जाएंगे। बहुत से किसानों का तो खेती से ही मोहभंग हो रहा है। तरबूज, पपीता, टमाटर आदि के बीजों के दामों में बेतहाशा मूल्यवृद्धि के कारण किसानों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। उनके उत्पादन का लागत मूल्य काफी बढ़ गया है।

पटेल ने कहा कि बावजूद इसके योगी सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है। मजबूरन किसानों को विदेशी कंपनियों से बीज खरीदना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा, गंगा नदी के किनारे वाले गांवों में लाखों किसान तरबूज की खेती करते हैं। एक बीघा खेत में बीज के साथ कई किस्म की खाद और कीटनाशक दवा के इस्तेमाल पर तरबूज की फसल की लागत 20 हजार रुपये आती है। उन्हें दैवी आपदा से फसल की बरबादी पर भी कोई सरकारी मदद नहीं मिलती है।

पटेल ने कहा, तरबूज की फसल की तैयारी शुरू हो गई है। किसान को 12 हजार रुपये से लेकर 16 हजार रुपये प्रति किलो बीज खरीदना पड़ रहा है। इसके देशी बीज तीन सौ से लेकर पांच सौ रुपये किलो में खरीदकर किसान पहले अपना जीवनयापन करता रहा, किंतु अब उसे विदेशी कंपनियों का 16 हजार रुपये प्रति किलो की दर से बीज मिल रहा है। इन विदेशी बीजों का किसान दुबारा प्रयोग नहीं कर सकता है, क्योंकि वे उत्पादन लायक नहीं रह जाते हैं। जबकि देशी बीज के पुन: प्रयोग से उत्पादन में कोई कमी नहीं आती थी।

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