राष्ट्रीय

प्रत्येक भारतीय की थाली में हो बिहार का व्यंजन : नीतीश

पटना, 9 नवंबर (आईएएनएस)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां गुरुवार को कहा कि कृषि रोड मैप के जरिये बिहार में कृषि क्षेत्र में प्रगति हो रही है। गेहूं, धान और मक्के की उत्पादकता में रिकॉर्ड वृद्घि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि प्रत्येक भारतीय की खाने की थाली में बिहार का एक व्यंजन हो। पटना में तीसरे बिहार कृषि रोड मैप के शुभारंभ के मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, बिहार के किसान ने आलू की उत्पादकता में चीन का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बिहार आज सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में भले ही तीसरे स्थान पर है, लेकिन हम सब्जी उत्पादन के मामले में जल्द ही प्रथम स्थान पर होंगे।

उन्होंने कहा, सरकार जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। गंगा नदी के तट पर जैविक कॉरिडोर बनाने की योजना प्रारंभ कर दी गई है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यहां बिहार के तीसरे कृषि रोड मैप का शुभारंभ किया।

नीतीश ने कहा कि बिहार के राज्यपाल देश के राष्ट्रपति बने, यह गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने कई मौकों पर स्वयं कहा है कि वह बिहारी हैं।

नीतीश कुमार ने कहा, पूरे बिहार में भूमि विवाद सुलझाने के लिए सर्वे का काम हो रहा है तथा सिंचाई के लिए गांव-गांव में बिजली पहुंचाई जा रही है। बिहार के किसानों को वैज्ञानिकों से ज्यादा होशियार बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां के किसान खुद नए-नए प्रयोग कर खेती करते रहे हैं।

उन्होंने दूसरे कृषि रोड मैप की सफलता की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार जब झारखंड से अलग हुआ था तब यहां हरित आवरण मात्र नौ प्रतिशत था परंतु आज यह आवरण 15 प्रतिशत के करीब पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि अब इसे 17 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि नए कृषि रोडमैप से बीज विकास, वर्मी कंपोस्ट के क्षेत्र में काफी फायदा मिलेगा तथा परंपरागत तरीके से जैविक खेती की ओर किसानों को ले जाने में भी मदद मिलेगी।

राज्य में पहला कृषि रोड मैप वर्ष 2008 में तथा दूसरा कृषि रोड मैप 2012 में लागू किया गया था। तीसरे कृषि रोड मैप में 1़.54 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है।

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