‘फिलिस्तीन-इजरायल समस्या के शांतिपूर्ण समाधान का पक्षधर है मिस्र’
काहिरा, 9 नवंबर (आईएएनएस)| मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतेह अल-सिसी ने कहा कि उनके देश ने हमेशा इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के ‘शांतिपूर्ण समाधन’ का समर्थन किया है। राष्ट्रपति ने विश्व युवा फोरम से इतर शर्म-अल-शेख में बुधवार को कहा, फिलिस्तीनियों के बीच लंबे समय तक चले आंतरिक विवाद का अंत इजरायल और फिलिस्तीन के बीच शांति वार्ता शुरू करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
उन्होंने कहा, हम विश्वास करते हैं कि आंतरिक फिलिस्तीनी सुलह से शांति वार्ता की बहाली का मार्ग प्रशस्त होगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में मिस्र की पहल पर फिलिस्तीनी प्रतिद्वंद्वी समूहों फतह और हमास अपने लंबे समय से चले आ रहे विवाद को छोड़कर वार्ता करने पर सहमत हुए थे।
समझौते के अनुसार, फतह के अंतर्गत चलने वाली आम सहमति वाली सरकार का हमास के नियंत्रण वाली गाजा पट्टी पर 1 दिसंबर से पूर्ण नियंत्रण स्थापित हो जाएगाा।
सिसी ने कहा, उन लोगों में सुलह से गाजा पट्टी में दबाव कम होगा और वहां उग्रवाद से निपटने में आसानी होगी।
उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट किया तथाकथित शताब्दी समझौते के अंतर्गत मिस्र अपने सिनाई प्रायद्वीप में से कोई भी जमीन नहीं देगा। यह समझौता फिलिस्तीन-इजराइल विवाद को सुलझाने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से प्रस्तावित किया गया है।
मिस्र के कई अधिकारियों ने एक फिलिस्तीन राष्ट्र को बसाने के लिए सिनाई में जमीन देने के विचार को विरोध किया है।
मिस्र, फिलिस्तीन और इजरायल के बीच सात दशक तक लंबे चले विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों को वार्ता के लिए राजी करने के मद्देनजर कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।