मप्र : कांग्रेस ने काला दिवस, भाजपा ने कालाधन मुक्ति दिवस मनाया
भोपाल, 8 नवंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा ने देश में केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी लागू किए जाने को एक वर्ष पूरा होने पर बुधवार को अपने-अपने तरह से याद किया।
कांग्रेस ने जहां इस फैसले को जनविरोधी करार देकर ‘काला दिवस’ मनाया, तो भाजपा ने इस दिन को कालाधन मुक्ति दिवस के तौर पर मनाया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर नोटबंदी की सालगिरह को ‘काला-दिवस’ के रूप में मनाया गया। राजधानी में रोशनपुरा क्षेत्र में दिए गए धरना प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव सहित प्रदेश के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। सभी हाथ और सिर पर काली पटटी बांधे हुए थे।
इसी तरह प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर जिला मुख्यालयों पर भी विरोध प्रदर्शन हुआ। स्थानीय सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण, पदाधिकारी, नगर पालिका, नगर परिषद, मंडी एवं अन्य संस्थाओं के कांग्रेस प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
भाजपा ने नोटबंदी का एक वर्ष पूरे होने पर प्रदेश भर में ‘कालाधन विरोधी दिवस’ मनाया। प्रदेश संगठन के 56 जिलों के 833 मंडलों में मशाल जुलूस, संगोष्ठियों का आयोजन हुआ। विभिन्न जिलों में हस्ताक्षर अभियान चलाकर नोटबंदी के फायदे से जनता को अवगत कराया।
भोपाल के 19 मंडलों में मशाल जुलूस निकाला गया, जिनमें विधायक, जनप्रतिनिधि, पार्टी पदाधिकारीगण, पार्षद्गण एवं बडी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
सीहोर में लीजा टाकिज चौराहे पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। सांसद आलोक संजर ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी के आज सफलतम एक वर्ष पूर्ण हुए। इस एक वर्ष में आतंकवाद, नक्सलवाद की कमर टूटी है। कालेधन पर अंकुश लगा है।
ग्वालियर में नोटबंदी के समर्थन और कालेधन के विरोध में हस्ताक्षर अभियान, पुतला दहन तथा नुक्कड़ सभाएं आयोजित की गईं।