सिंधू ने इंडिगो स्टाफ पर लगाया दुर्व्यवहार का आरोप
नई दिल्ली, 4 नवंबर (आईएएनएस)| रियो ओलम्पिक में रजत पदक जीतने वाली भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधू ने शनिवार को निजी विमानन कंपनी इंडिगो के एक स्टाफ पर अपने साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगया है। सिंधू का कहना है कि जब वह हैदराबाद से मुंबई के लिए उड़ान भर रही थीं, इसी दौरान इंडिगो के स्टाफ ने उनके साथ गलत व्यवहार किया।
सिंधू ने ट्विटर के जरिए इस बात की जानकारी दी। सिंधू ने बताया कि अजितेश नाम के ग्राउंड स्टाफ ने उन्हें किट बैक और रैकेट ले जाने से रोक दिया।
सिंधू ने ट्वीट किया, माफ कीजिएगा, लेकिन चार नवंबर को इंडिगो की विमान संख्या 6ई 608 के साथ मेरा अनुभव काफी बुरा रहा। अजितेश नाम के ग्राउंड स्टाफ ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया।
वहीं एयरलाइन ने अपनी सफाई में कहा कि सामान का मुद्दा सुलझाया जा चुका है।
इंडिगो के कारपोरेट कम्यूनिकेशन निदेशक अजय जासरा ने कहा, हमें इस बात की उम्मीद है कि सिंधू हमारे स्टाफ की अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने के लिए तारीफ करेंगी।
सिंधू ने लिखा है, ग्राउंड स्टाफ (स्कीपर) अजितेश ने मेरे साथ बुरा व्यवहार किया। इसी दौरान एयरहोस्टेस अशिमा ने उन्हें सलाह दी की वह यात्री (मेरे) साथ अच्छा व्यवहार करें लेकिन हैरानी वाली बात यह थी कि उन्होंने एयरहोस्टेस के साथ भी बुरा व्यवहार किया। अगर इस तरह के लोग इंडिगो जैसी एयरलाइन के लिए काम करेंगे तो उनकी प्रसिद्धि पर असर पड़ेगा।
आईएएनएस का सिंधू के साथ तो सम्पर्क नहीं हो का लेकिन इस मामले में सिंधू का मां से से बात हो सकी। उन्होंने इस मामले को ज्यादा तूल न देने की अपील की।
उन्होंने कहा, इसे बड़ा मुद्दा नहीं बनाना चाहिए, इस तरह की चीजें होती रहती हैं।
इंडिगो ने एक बयान में कहा है, पी.वी. सिंधू ने हैदराबाद से मुंबई की 6ई608 फ्लाइट पकड़ी थी और वह अपने साथ सीमा से ज्यादा वजन का सामना ले जा रही थीं, जो सिर के ऊपर सामना रखने के लिए बनी जगह में नहीं आ रहा था। सिंधू को बताया गया कि यह सामान विमान के कार्गो में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। यह नीति हम हर यात्री के लिए अपनाते हैं।
बयान में लिखा है, इस पूरी बातचीत के दौरान इंडिगो के सदस्य शांत रहे। मैनेजर से काफी बातचीत के बाद सामना को केबिन से हटा दिया गया और हमने इसे कार्गो में डाल दिया और मुंबई पहुंचने पर सिंधू को दे दिया। सिंधू ने जो कुछ हासिल किया है उस पर हमें गर्व है। हालांकि सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरी है।