चेन्नई में भारी बारिश के कारण बिगड़े हालात, स्कूल कॉलेजों में छुट्टी
चेन्नई। तमिलनाडु में हुई जोरदार बारिश के कारण हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। तमिलनाडु में चेन्नई समेत तटीय जिलों में शनिवार को लगातार 6वें दिन भी बारिश जारी है। चेन्नई में पिछले 24 घंटे में 18.3 सेमी बारिश हुई। यह 1 दिसंबर 2015 की बाढ़ के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा है। कांचीपुरम में सबसे ज्यादा 62.7 सेमी बारिश हुई। कई तटीय जिलों में बाढ़ के हालात हैं।
राज्य में शुक्रवार को 19.3 सेमी बारिश दर्ज की गई। स्कूल-कॉलेज व यूनिवर्सिटी में छुट्टी कर दी गई है। वहीं, परिक्षाएं भी टाल दी गई हैं। सरकार ने चेन्नई में 12 हजार आईटी और अन्य कंपनियों में छुट्टी के आदेश दिए हैं। राज्य सरकार के मुताबिक, बारिश से 600 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट रुक गए हैं।
सरकार ने हर जिले में रेस्क्यू की निगरानी के लिए 1 मंत्री और 3 अफसरों की टीम बनाई है। चेन्नई की जिम्मेदारी दो मंत्रियों को दी गई है। जिले को 15 जोन में बांटा है। वहीं, मौसम विभाग ने 6 नवंबर तक भारी बारिश की वॉर्निंग दी है। चेन्नई में सेंट थॉमस माउंट और कोदम्बकम के बीच गुरुवार रात 9:30 से शुक्रवार तड़के 3:20 बजे तक ट्रेनें बंद रहीं। चेन्नई में गुरुवार और शुक्रवार के बीच 24 घंटे में 18.3 सेमी बरसात हुई।
9 नवंबर 2015 को 48.3 सेमी बारिश हुई थी। चेन्नई में नवंबर महीने की 70प्रतिशत बारिश 3 दिन में हुई है। 2015 में नवंबर महीने में 104.9 सेमी बारिश हुई थी। चेन्नई में 1 दिसंबर को 12 घंटे में 27.2 सेमी बारिश हुई थी। 1901 में 10 दिसंबर को 12 घंटे में 26.1 सेमी बारिश हुई थी।
इस आपदा के कारन 50 प्रतिशत लोगों के पास पीने का पानी नहीं है। राज्य के 10 तटीय जिलों में करीब 1 हजार घर बाढ़ में डूब गए हैं। तटीय जिलों के करीब 70 प्रतिशत घरों में बिजली नहीं है। राज्य के तटीय इलाकों में 5 दिन से 80 प्रतिशत कामकाज पर असर पड़ा है। साउथ चेन्नई के आधे घरों में पानी है। आपदा विभाग ने लोगों को घर पर रहने को कहा है। तटीय जिलों में 115 रिलीफ कैंप बनाए गए हैं। एनडीआरएफ टीमें तटीय इलाकों में भेजी गई हैं, जो राहत कार्य में लगी हुई हैं।