ईरान ने लादेन मामले में सीआईए की ‘फर्जी खबर’ को खारिज किया
तेहरान, 3 नवंबर (आईएएनएस)| ईरान ने अमेरिकी खुफिया संस्था सीआईए पर आरोप लगाया है कि वह आतंकी संगठन अल कायदा को उसके समर्थन के बारे में ‘फर्जी खबरें’ (फेक न्यूज) फैला रही है। साथ ही कहा है कि यह 2001 में 11 सितम्बर को हुए आतंकी हमले में अमेरिका के सहयोगियों की भूमिका के सच पर लीपापोती करने का एक प्रयास है। ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने शुक्रवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, पेट्रोडालर की चाहत में नीचे गिरने का रिकार्ड। सीआईए-एफडीडी फर्जी न्यूज और चुने हुए (सेलेक्टिव) अल कायदा दस्तावेज को फैलाने में लगी है। 9/11 के हमले में अमेरिका के सहयोगियों की भूमिका पर लीपापोती नहीं हो सकती।
जरीफ ने यह ट्वीट अरबी भाषा में 19 पन्नों की अल कायदा संबंधी रिपोर्ट के जारी होने के बाद किया जिसमें कहा गया है कि 9/11 के हमले से पहले ईरान इस चरमपंथी संगठन की मदद करता था।
यह दस्तावेज सीआईए द्वारा जारी किए गए 47 हजार दस्तावेजों का हिस्सा है। इसमें अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को यह कहते बताया गया है कि ‘ऐसा कोई भी जो अमेरिका पर हमला करना चाहे, ईरान उसके समर्थन और मदद के लिए तैयार है।’
इसमें कहा गया है कि अमेरिका से मुकाबले के लिए ईरान व अल कायदा अपने विवादों को एक किनारे रखने के लिए तैयार थे।
इन फाइलों को ऐसे मौके पर जारी किया गया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन ईरान पर दबाव बढ़ाए हुए है और ईरान के साथ हुए अंतर्राष्ट्रीय परमाणु करार की पुष्टि नहीं कर रहा है।
ईरान की समाचार एजेंसी फार्स ने गुरुवार को कहा कि अल कायदा से संबंधित चुनिंदा, छंटे हुए दस्तावेजों को सीआईए द्वारा जारी करना ईरान पर दबाव बनाने के प्रयासों का हिस्सा है।