एमआई-26 की मरम्मत के लिए भारत, रूस में होगा करार
नई दिल्ली, 1 नवंबर (आईएएनएस)| भारत और रूस भारतीय वायुसेना के लिए तीन एमआई-26 के पूर्ण मरम्मत के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले हैं। एमआई-26 दुनिया का सबसे बड़ा हेलीकॉप्टर है। साथ ही रूस ने अपने एमआई-17 हेलीकॉप्टर की दीर्घकालिक देखभाल की भी पेशकश की है। रूस के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। रूसियन हेलीकॉप्टर्स, रोसटेक स्टेट कॉर्पोरेशन का एक हिस्सा है। कॉर्पोरेशन ने इन परिवहन हेलीकाप्टरों की मरम्मत संबंधित अनुबंध के वित्तीय पहलुओं को अंतिम रूप दे दिया है। फिलहाल दोनों पक्ष इस समझौते के तकनीकी विवरण को निर्दिष्ट करने पर काम कर रहे हैं।
रूसी पक्ष ने भारतीय नौसेना द्वारा संचालित दो एमआई-35 हेलीकॉप्टरों की पूर्ण मरम्मत, पांच केए-31 हेलीकॉप्टर की मरम्मत और उसके आधुनिकीकरण की पेशकश की है। इसके साथ ही रूस ने एमआई-17 हेलीकॉप्टरों की मरम्मत और देखभाल के लिए दीर्घकालिक समझौते की भी पेशकश की है।
होल्डिंग कंपनी, रसियन हेलीकॉप्टर्स के महानिदेशक अंद्रेई बोगिंस्की ने कहा, हमने भारतीय वायुसेना के मुख्यालय को एमआई-17 जैसे हेलीकाप्टरों की मरम्मत और रखरखाव पर एक दीर्घकालिक समझौते का प्रारूप भेजा है।
भारत रूस द्वारा निर्मित हेलीकॉप्टरों के सबसे बड़े ग्राहकों में से एक है।
भारतीय वायुसेना के पास फिलहाल एमआई-17 हेलीकॉप्टर के बेड़े में 250 से अधिक हेलिकॉप्टर हैं।
दुनिया में सर्वाधिक भार ले जाने वाला हेलीकाप्टर एम-26 दुनिया भर में परिवहन, निकासी और आग्नि से रोकथाम के कार्यों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
रोसटेक स्टेट कॉर्पोरेशन एक रूसी निगम है, जिसे 2007 में स्थापित किया गया था। इसकी स्थापना नागरिक और सैन्य अनुप्रयोगों के लिए डिजाइन किए गए उच्च प्रौद्योगिकी औद्योगिक उत्पादों के विकास, उत्पादन और निर्यात को सुविधाजनक बनाने के लिए की गई थी। कॉर्पोरेशन में 700 से अधिक संगठन शामिल हैं।