कोहली के आराम के मुद्दे पर विवाद समझ से परे : द्रविड़
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और अंडर-19 टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने विराट कोहली को अगले महीने से शुरू हो रही श्रीलंका सीरीज में आराम दिए जाने की अटकलों को खास महत्व नहीं दिया है।
कोहली ने हाल ही में लगातार हो रही क्रिकेट के कारण खिलाड़ियों की थकान पर अपनी राय रखी थी। ऐसी भी खबरें थी कि कोहली को श्रीलंका के खिलाफ खेली जाने वाली सीरीज में आराम दिया जा सकता है ताकि वह दक्षिण अफ्रीका दौरे पर तरोताजा होकर टीम में वापसी करें।
हालांकि श्रीलंका के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों के लिए कोहली को टीम में चुना गया है, ऐसे में तीसरे टेस्ट मैच और इसके बाद सीमित ओवरों की सीरीज में उन्हें आराम दिया जा सकता है।
फिक्की की महिला व्यवसायी संगठन एफएलओ द्वारा महिला क्रिकेट खिलाड़ी मिताली राज और झूलन गोस्वामी को सम्मानित करने के लिए आयोजित किए गए कार्यक्रम से इतर मंगलवार को द्रविड़ ने कहा, रोटेशन जरूरी है। काफी मैच खेले जा रहे हैं, इसलिए आपको खिलाड़ियों को रोटेट करने की जरूरत है। मेरा मानना है कि खिलाड़ियों को रोटेट करने को लेकर प्रबंधन सही फैसले ले रहा है।
पूर्व कप्तान ने कहा, हर किसी को आराम करने की जरूरत है। वह (कोहली) जब चाहेंगे, उन्हें आराम मिल जाएगा। उन्हें कब और किस सीरीज में आराम लेना है, इसका फैसला टीम प्रबंधन, फीजियो और फिजिकल ट्रेनर उनसे चर्चा के बाद लेंगे। हो सकता है इस समय उन्हें आराम की जरूरत न हो। हो सकता है वह बाद में आराम करें। इसे इतनी बड़ी बात बनाने की क्या जरूरत है, मुझे समझ में नहीं आ रहा है।
कार्यक्रम के दौरान द्रविड़ से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा बल्ले के आकार को लेकर लागू किए गए नए नियमों पर भी सवाल किया गया।
आईसीसी के नए नियमों के अनुसार बल्ले की लंबाई और चौड़ाई की सीमा में कोई बदवाल नहीं किया गया है लेकिन बल्ले के किनारे की मोटाई को 40 एमएम तक सीमित कर दिया गया है, साथ ही बल्ले की गहराई को 67 एमएम तक सीमित कर दिया गया है।
मिस्टर भरोसेमंद के नाम से मशहूर रहे द्रविड़ का मानना है कि इन नए नियमों से बल्ले और गेंद के बीच में संतुलन बनाने में ज्यादा प्रभाव तब तक नहीं पड़ेगा जब तक पिचों की स्थिति को सुधारा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा, यह अच्छा फैसला है लेकिन इससे बहुत ज्यादा बदलाव नहीं आएगा क्योंकि कुछ ही खिलाड़ी ऐसे हैं जो नए नियम के अंदर न आने वाले बल्ले का उपयोग करते हैं। क्रिकेट में बल्ले से ज्यादा पिच और मैदान की स्थिति मायने रखती है।
द्रविड़ ने आईसीसी के वनडे और टेस्ट लीग आयोजित कराने के फैसले की भी सराहना की।
उन्होंने कहा, लीग द्विपक्षीय सीरीज में ज्यादा रोमांच पैदा करेगी।