इलाहाबाद पहुंचीं रानी मुखर्जी लेकिन किसी ने नहीं ली सेल्फी
इलाहाबाद। बॉलीवुड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी ने प्रयागराज जाकर पिता की अस्थियां विसर्जित कर दीं। यहां संगम में विधि–विधान से उन्होंने अस्थियां प्रवाहित कर पिता के मोक्ष और दिवंगत के आत्मा की शांति की कामना की।
रानी के साथ उनके परिवार के सदस्य भी वहां मौजूद रहे। प्रशंसक भी बड़ी संख्या में संगम तट पहुंच गए थे।
हर कोई रानी की एक झलक पाने को बेताब दिखा। रानी ने भी किसी को निराश नहीं किया और हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया।
हालांकि सेल्फी को लेकर फैन थोड़े निराश जरूर रहे क्योंकि रानी मुखर्जी ने सेल्फी नहीं खिचवाईं। अस्थि विसर्जित कर लौटने के दौरान रानी के प्रशंसकों की संख्या हजारों को पार कर गई।
हालांकि परिस्थिति की नजाकत समझते हुए इलाहाबादी प्रशंसकों ने अपनी सीमा नहीं लांघी। बता दें कि ये रानी मुखर्जी का अपने पिता राम मुखर्जी के निधन के बाद उनका अस्थि कलश लेकर यहां आईं थीं।
रानी मुखर्जी के पिता राम मुखर्जी भी फिल्मी दुनिया से जुड़े रहे। सिर्फ रानी ही क्यों उनका परिवार सिनेमा जगत के लिए हमेशा से समर्पित रहा है।
राम मुखर्जी के पिता रविंद्र मोहन मुखर्जी प्रसिद्ध हिमालया स्टूडियो के फाउंडर्स सदस्यों में से एक थे, जबकि राम के भाई शशिधर मुखर्जी की गिनती भी बड़े निर्देशकों में की जाती है। फिलहाल राम मुखर्जी अब बॉलीवुड के सुनहरा अतीत बन चुके हैं।
राम मुखर्जी ने हिंदी और बंगाली भाषा में कई फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखी है। वह कई फिल्मों के डायरेक्टर भी रहे है। साथ ही दोनों भाषाओं की फिल्म में उन्होंने प्रोड्यूसर की भूमिका भी निभाई। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे और लम्बी बीमारी के बाद रविवार सुबह 6 बजे मुंबई के अस्पताल में उनका निधन हो गया था।