नोटबंदी और जीएसटी की मार से कराहेगा शादी उद्योग, 10-15 फीसदी असर पड़ेगा
नई दिल्ली। नोटबंदी के साथ ही वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के कारण आगामी वैवाहिक मौसम में विवाह उद्योग पर 10-15 प्रतिशत का प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। एसोचैम ने सोमवार को यह कहा।
वर्तमान में भारतीय विवाह उद्योग करीब 10 खरब रुपये का है और यह सालाना 25-30 प्रतिशत बढ़ रहा है। एसोचैम ने कहा, “अनुमान के मुताबिक, जीएसटी के कारण खरीदारी, टेंट की बुकिंग, खानपान सेवाओं आदि की औसत कीमत बढ़ गई है।
इनमें से अधिकांश सेवाओं पर 18-28 प्रतिशत जीएसटी है। जीएसटी से पूर्व टेंट, हलवाइयों की बुकिंग जैसी विवाह से जुड़ी कई सेवाओं का भुगतान अपंजीकृत बिल के माध्यम से किया जाता था, जिस पर उन्हें कर नहीं देना पड़ता था।”
एसोचैम ने हालांकि कहा कि डेस्टिनेशन वेडिंग्स पर जीएसटी और नोटबंदी का प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
डेस्टिनेशन वेडिंग्स की भारत के विवाह उद्योग में 10 प्रतिशत से भी कम हिस्सेदारी है और खर्चीली होने के कारण अधिकतर विदेशी, एनआरआई, सम्पन्न लोग ही डेस्टिनेशन वेडिंग्स की सेवाएं लेते हैं।