केदारनाथ शिलापट्ट पर नाम को लेकर सियासत तेज़, कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया परंपरा बदलने का आरोप
देहरादून। उत्तराखंड में आजकल प्रधानमंत्री मोदी की केदारनाथ यात्रा सुखिर्यों में है। बता दें कि केदारनाथ पुनर्निर्माण के कार्यों का पीएम नरेंद्र मोदी के कर कमलों शिलान्यास करवाना त्रिवेंद्र सरकार के लिए गले ही हड्डी बनता जा रहा है।
20 अक्टूबर को केदारनाथ में हुए शिलान्यस के दौरान शिलापट्ट के कई नाम गायब थे। जिनमें पूर्व सीएम हरीश रावत, भाजपा से पौड़ी सांसद भुवन चंद खंडूड़ी और पूर्व कांग्रेसी और वर्तमान में बीजेपी सरकार में सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का नाम शामिल है।
वहीं स्थानीय कांग्रेस विधायक मनोज रावत को तो पूरी तरह दरकिनार कर दिया गया। वहीं अब इस मामले को तूल पकड़ता देख मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने मामले पर सफाई दी है। उनका कहना है कि विपक्ष और मीडिया मुद्दे को गलत तरीके से उठा रहा है।
बता दें कि वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पर पलटवार किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सूबे के मुखिया को याद दिलाते हुए कहा कि शायद सीएम ये भूल गए हैं कि विधानसभा सत्र में कई बार पीठ के अध्यक्ष द्वारा ये निर्देशित किया जा चुका है कि सरकार कोई भी विकास के कार्य करे, लेकिन स्थानीय विधायक को उस कार्यक्रम में जरुर अध्यक्षता दी जाए। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर गलत परंपरा डालने का आरोप लगाया है।