राष्ट्रीय

म्यांमार को बांग्लादेश से रोहिंग्या लोगों को वापस बुलाना चाहिए : भारत

ढाका, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारत ने रविवार को कहा कि जिन रोहिंग्या शरणार्थियों को भागकर बांग्लादेश आना पड़ा है, उन्हें म्यांमार को वापस बुलाना चाहिए जहां से वे विस्थापित किए गए हैं।

भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने बांग्लादेशी समकक्ष अबुल हसन महमूद अली के साथ मीडिया को संबोधित किया और कहा, हालात तभी सामान्य हो सकते हैं जब रखाइन राज्य से निर्वासित लोगों को वापस वहीं बसाया जाए।

भारत-बांग्लादेश संयुक्त सलाहकार समिति की चौथी बैठक के बाद यह बयान सामने आया है।

बीडीएन्यूज 24 डॉट कॉम की खबर के मुताबिक सुषमा स्वराज ने बांग्लादेश में शरण लेने वाले हजारों लोगों के संदर्भ में रोहिंग्या शब्द का इस्तेमाल नहीं किया और इसके बजाय सुषमा ने उन्हें रखाइन राज्य के विस्थापित लोग कहकर संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि भारत, म्यांमार के रखाइन राज्य में बढ़ती हिंसा से काफी चिंतित था।

बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक रखाइन राज्य में सुरक्षा बलों पर हमलों के बाद इन बलों द्वारा अल्पसंख्यक रोहिंग्या समुदाय के खिलाफ कार्रवाई के बाद 25 अगस्त से करीब 6 लाख शरणार्थी भाग कर बांग्लादेश में घुसे हैं।

बांग्लादेश के मंत्री अली ने कहा कि म्यांमार पर निरंतर दबाव डालने में योगदान देने के लिए भारत से आग्रह किया गया था ताकि संकट का शांतिपूर्ण समाधान निकाला जा सके, जिसमें रोहिंग्या लोगों का अपनी मातृभूमि लौटना भी शामिल है।

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