अल्फोंस माकपा और भाजपा के बीच ‘सेतु’ हैं : कांग्रेस
तिरुवनंतपुरम , 17 अक्टूबर (आईएएनएस)| कांग्रेस पार्टी की केरल इकाई ने कहा है कि नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री के. जे. अल्फोंस राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच के ‘सेतु’ हैं।
राज्य कांग्रेस के उपाध्यक्ष और विधायक वी.डी. सतीशन ने कहा, यह अब स्पष्ट है कि माकपा, खासकर पिनाराई विजयन भाजपा के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष मोर्चा बनाने के लिए उत्सुक नहीं हैं।
उन्होंने कहा, आप अल्फोंस के शपथ ग्रहण करने के बाद दिल्ली में विजयन द्वारा उनका स्वागत करने का अंदाज देख सकते हैं। यह केरल में 1977 में माकपा और जनसंघ के चुनावी गठबंधन की याद दिलाता है। उस समय माकपा ने कहा था कि मोर्चा बनाना बहुत जरूरी है क्योंकि देश में लोकतंत्र खतरे में है। क्या अब मोदी के नेतृत्व में लोकतंत्र सुरक्षित है? इसीलिए माकपा भाजपा के बदले कांग्रेस के साथ दुश्मन के जैसे व्यवहार कर रही है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस सीताराम येचुरी को राज्यसभा भेजने के लिए समर्थन देना चाह रही है, लेकिन विजयन और उनका धड़ा येचुरी को समर्थन नहीं देना चाह रहा है क्योंकि येचुरी हमेशा भाजपा के खिलाफ रहे हैं।
वर्ष 2011 में भाजपा में शामिल होने वाले पूर्व नौकरशाह अल्फोंस को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने पर राज्य के कई भाजपा नेता स्तब्ध रह गए थे क्योंकि केरल में भाजपा के कई नेता उनसे वरिष्ठ हैं।
यह विजयन थे जिनके कहने पर अल्फांसो ने 2006 में आईएएस की नौकरी छोड़ी थी। उन्होंने कांजिरापल्ली विधानसभा सीट पर वाम मोर्चा समर्थित निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा था और विजयी हुए थे।