किसानों को 2022 का सब्जबाग दिखा रही भाजपा सरकार : सपा
लखनऊ, 15 अक्टूबर (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने सूबे की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। पार्टी ने कहा कि सरकार किसानों के प्रति गंभीर नहीं है।
किसानों के साथ अन्याय कर सन् 2022 का सब्जबाग दिखाने का करतब दिखा रही है।
सपा ने यह भी कहा है कि त्योहारों के इस मौसम में बाजार पर नोटबंदी व जीएसटी का व्यापक असर दिख रहा है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा आलू उत्पादक किसानों व कामगारों का भारी शोषण हो रहा है। उत्तर प्रदेश के किसानों को आलू का वाजिब दाम नहीं मिल रहा है। किसानों ने अपना आलू प्रदेश के शीतगृहों में रखा था, लेकिन निकासी के समय आलू दो सौ रुपये प्रति बोरी से लेकर 225 रुपये प्रति बोरी बिक रही है।
उन्होंने कहा कि किसानों को शीतगृहों का किराया खर्च निकालने के बाद उसे 50 रुपये प्रति बोरी भी नहीं बच रहा है, जबकि आलू की लागत प्रति बीघा पंद्रह हजार रुपये आ रही है। इससे किसान परेशान हैं।
पटेल ने कहा कि दूसरी ओर खरीफ के उत्पादन में गिरावट की आशंका है तथा रबी की फसल के लिए गेहूं का लागत मूल्य बढ़ जाएगा, क्योंकि डीजल के मूल्यों में निरंतर वृद्धि हो रही है। बीज, खाद के दाम बढ़े हैं। मौसम विभाग की घोषणाएं गलत साबित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के सभी जिले सूखे की चपेट में हैं। किसान परेशान है, जानवर चारा-भूसा के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। लेकिन सरकार किसानों के साथ अन्याय कर उन्हें सन् 2022 का सब्जबाग दिखाने का करतब दिखा रही है।
पटेल ने कहा कि प्रदेश में बिजली की हालत पहले से ज्यादा खराब है। प्रदेश में बिजली की मांग 20 हजार मेगावाट है और उपलब्धता 11 हजार मेगावाट रह गई है। त्योहारों के इस मौसम में बाजार पर नोटबंदी, जीएसटी का व्यापक असर दिख रहा है। महंगाई से लोग परेशान हैं।