गड्ढों से भरी सड़क पर न जाने कहां से उतर आई ‘जलपरी’
बेंगलुरु। यहां की सड़क पर बने गड्ढे में शनिवार को जलपरी देखकर लोग हैरत में पड़ गए। दरअसल यह असली जलपरी नहीं थी बल्कि एक मॉडल थी, जिसे विरोध–प्रदर्शन के लिए बैठाया गया था।
आईटी शहर बेंगलुरु में 16 हजार के लगभग गड्ढे हैं। इन पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए आर्ट डायरेक्टर बादल नंजुदास्वामी ने शुक्रवार को कुबोन पार्क जंक्शन इलाके की सड़क पर गंदे पानी से भरे गड्ढे पर कला का मुजाहिरा किया।
यहां मॉडल को छोटे तालाब के रूप में बनाए गए गड्ढे में जलपरी बनाकर बैठाया गया था। यह पहली बार नहीं है, जब उन्होंने इस तरह का प्रदर्शन किया है। इससे पहले उन्होंने इसी तरह के गड्ढे में मगरमच्छ को बैठाया गया था।
बता दें कि बेंगलुरु में सड़क के गड्ढों की वजह से पिछले एक सप्ताह में 3 लोगों मर चुके है। आलोचनाओं से घिरने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने 9 अक्टूबर को नगर एजेंसी को 15 दिनों में सड़कों को गड्ढों से मुक्त करने का निर्देश दिया है।
नयनंदहल्ली के समीप पंथरापालया में ट्रक से कुचलकर एक महिला ने दम तोड़ दिया था। वह अपने रिश्तेदार रवि कुमार के साथ बाइक से जा रही थी। बाइक गड्ढे से बचने की कोशिश में फिसल गई।
इस घटना के बाद राज्य सरकार और बेंगलुरु महानगर पालिका की कड़ी आलोचना हुई थी। सिद्धरमैया उस जगह गये थे, जहां यह हादसा हुआ था। सीएम के साथ बेंगलुरु के मेयर एस संपत राज और बीबीएमपी आयुक्त एन मंजूनाथ भी मौजूद थे।
सिद्धरमैया ने पत्रकारों से कहा, ‘‘इस साल इतनी वर्षा कभी नहीं हुई जिससे सड़कों में गड्ढे हो गये। यह दुर्घटना नहीं होनी चाहिए थी।
किसी की मौत नहीं होनी चाहिए। मैं महिला की मौत की निंदा करता हूं। उसके रिश्तदेार को पहले ही अनुग्रह राशि दी जा चुकी है। ’’ उन्होंने कहा कि महापौर को शहर को 15 दिनों के अंदर गड्ढों से मुक्त करने को कहा है।