पूर्व पीएम ने की ‘मन की बात’, कहा- मेरे पीएम बनने से प्रणव दा थे नाराज
नई दिल्ली। लगातार 2004 से 2014 तक केंद्र की सरकार में काबिज रही यूपीए की सरकार में प्रधानमंत्री रहे डॉ.मनमोहन सिंह ने इस बात का खुलासा किया कि प्रधानमंत्री बनने के मामले में उनके पास तो कोई विकल्प ही नहीं बचा था तथा पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इस बात को अच्छी तरह जानते थे। वह उनसे उनसे ज्यादा काबिल थे। उन्होंने ये बात प्रणव मुखर्जी की किताब ‘द कोलिशन ईयर्स 1996 – 2012’ के विमोचन के मौके पर कही। इस मौके पर सोनिया और राहुल गांधी भी मौजूद थे।
डा. मनमोहन सिंह ने कहा कि जब वो प्रधानमंत्री बने तो प्रणब मुखर्जी दुखी थे। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सर्वोच्च पद के लिए मुझे चुना गया लेकिन प्रणब इस पद के लिए ज्यादा बेहतर उम्मीदवार थे, लेकिन तब मेरे पास कोई विकल्प नहीं था। प्रणब को इस पर शिकवा करने का पूरा हक है।
‘द कोलिशन ईयर्स 1996 – 2012’ शीर्षक से लिखी गई इस क़िताब में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 1996 की संयुक्त मोर्चा सरकार से लेकर यूपीए-2 कार्यकाल तक के राजनीतिक इतिहास के बारे में लिखा है। किताब में 1996 से 2012 तक की राजनीति, घटनाओं के ज़रिए समझाने की कोशिश की गई है।
किताब के विमोचन कार्यक्रम के मौके पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी , डीएमके नेता कनिमोई समेत यूपीए गठबंधन के कई सहयोगी भी मौजूद थे।