पटाखों पर बैन का रामदेव ने जताया विरोध,बोले–सुप्रीम कोर्ट का फैसला हिन्दुओं के खिलाफ
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में दीपावली पर पटाखों की बिक्री प्रतिबंधित करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का रामदेव ने विरोध किया है।
रामदेव ने टीवी चैनल से कहा कि यह फैसला हिन्दुओं के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि ऐसे फैसलों के जरिए सिर्फ हिंदुओं को निशाना बनाया जाना गलत है और सरकार को इसके खिलाफ अपील करनी चाहिए। कहा कि हर चीज के लिए प्रदूषण का हवाला देना ठीक नहीं है और वह इस फैसले से खुश नहीं है।
रामदेव ने कहा कि जब किसी विशेष धर्म को टारगेट किया जाएगा तो ये धार्मिक रूप धारण कर लेगा और इसमें कोई शक नहीं है कि हिंदुओं को टारगेट किया गया है।
रामदेव बेबाकी से बोले कि कोई बैन है तो सभी धर्मों पर हो ना कि सिर्फ हिन्दुओं पर। सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण को लेकर याचिका पर फैसला दिया है कि दीपावली पर पटाखों की बिक्री ना हो। इसे लेकर हिन्दूवादी संगठन विरोध कर रहे हैं। संवैधानिक पदों पर बैठे लोग भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रियाएं दे चुके हैं।
त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर विवादित बयान दिया है। त्रिपुरा के गवर्नर ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मंगलवार को फैसले का मखौल उड़ाने के अंदाज में ट्वीट किया, ‘कभी दही हांडी, आज पटाखा, कल को हो सकता है प्रदूषण का हवाला देकर मोमबत्ती और अवार्ड वापसी गैंग हिंदुओं की चिता जलाने पर भी याचिका डाल दे!’
आपको बता दें कि दीपावली से पहले सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला देते हुए दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी है। पटाखों की बिक्री को लेकर 11 नवंबर 2016 का रोक का आदेश बरकरार रहेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में 1 नवंबर तक पटाखों की बिक्री बैन करने का आदेश दिया है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने सभी स्थायी और अस्थायी लाइसेंसों को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
अब 1 नवंबर से ही पटाखे बिक सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि एक बार ये टेस्ट करना चाहते हैं कि दीपावली पर किस तरह के हालात होंगे।