यशवंत सिन्हा का करारा हमला, बोले- भ्रष्टाचार और शाह के बेटे के केस में नैतिक आधार खो चुकी बीजेपी
देश की अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर आरोपों के तीर छोड़ने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने सरकार पर दोबारा करारा हमला किया है। यशवंत सिन्हा ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बटे जय शाह के बारे में कहा है कि मामले में बीजेपी इस तरह से प्रतिक्रिया दे रही है जिसे देखने के बाद लगता है कि कुछ ना कुछ तो गड़बड़ है।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि भ्रष्टाचार पर उनकी पार्टी नैतिक आधार खो चुकी है। अर्थव्यवस्था को रसातल में ले जाने का आरोप लगाकर अपनी पार्टी की सरकार को मुश्किल में डालने वाले 79 साल के यशवंत सिन्हा ने कहा कि बीजेपी ने जय शाह के मामले में कई गलतियां की हैं।
यशवंत सिन्हा ने समाचार चैनल से कहा कि जिस तरह से ऊर्जा मंत्रालय ने जय शाह को लोन दिया और इसके बाद पूर्व ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने उनका बचाव किया, इससे तो यही अर्थ निकलता है कि कोई ना कोई गड़बड़ है। यशवंत ने मामले में सरकारी वकील तुषार मेहता की ओर से जय शाह की पैरवी किये जाने पर भी सवाल उठाया। यशवंत सिन्हा ने पटना में कहा, ‘एडिशनल सॉलिसिटर जनरल द्वारा एक निजी व्यक्ति का मुकदमा लड़ना ऐसा कभी नहीं हुआ है।’ हालांकि इससे पहले तुषार मेहता ने कहा था कि उन्होंने जय शाह का केस लड़ने के लिए कानून मंत्रालय से इजाजत ले ली थी।
सिन्हा ने आगे कहा कि सरकार को इस मामले में जांच का आदेश दे देना चाहिए क्योंकि इसमें कई सरकारी विभाग शामिल दिख रहे हैं। यशवंत सिन्हा ने कहा कि बीजेपी भ्रष्टाचार पर अपना नैतिक बल खो चुकी है। पिछले महीने यशवंत सिन्हा ने इंडियन एक्सप्रेस में छपे एक लेख में कहा था कि सरकार नोटबंदी और जीएसटी के मामले में फेल रही है। उनके मुताबिक नोटबंदी और जीएसटी लागू करने का वक्त गलत था और सरकार का ये फैसला अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ रहा था।