उत्तराखंड में फर्जी शिक्षकों की अब खैर नहीं, सरकार ने एफआईआर दर्ज करने को कहा
उत्तराखंड। उत्तराखंड में बेसिक के साथ माध्यमिक स्तर के फर्जी शिक्षकों की अब खैर नहीं है। दरअसल सरकार फर्जी शिक्षकों पर नकेल कसने के लिए एसआईटी के द्वारा जांच करने की बात कह रही है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने महानिदेशक-शिक्षा को इस सम्बंध में आदेश जारी करने के निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा मंत्री ने डीजीपी अनिल रतूड़ी को निर्देश दिए कि फर्जी शिक्षकों के मामले में एफआईआर में देरी नहीं होनी चाहिए।
इस बीच एसआईटी प्रभारी श्वेेता चौबे ने फर्जी शिक्षकों की लम्बी लिस्ट तैयार कर सूबे के शिक्षा मंत्री को अवगत भी कराया है। एसआईटी प्रभारी ने शिक्षा मंत्री से इन फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कड़े कदम उठाने के लिए कहा है। एसआईटी प्रभारी श्वेेता चौबे ने फर्जी शिक्षकों की जांच रिपोर्ट शिक्षा मंत्री को सौंप दी है। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग से अब तक 3200 शिक्षकों का विवरण मिल चुका है। शिक्षा मंत्री ने कहा है कि एसआईटी वर्तमान में बेसिक शिक्षकों की जांच कर रही थी।
अब एसआईटी को माध्यमिक शिक्षकों की भी जिम्मेदारी दी जा रही है। इसमें जिन शिक्षकों के खिलाफ शिकायत मिलेगी और जो संदिग्ध होंगे, उनके खिलाफ सरकार सख्त कदम उठायेंगी। सरकार ने इसके लिए डीजीपी से बात की और इन फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा है। माना जा रहा है कि एफआईआर के बाद ऐसे शिक्षकों के खिलाफ आगे कार्रवाई के लिए सरकार दबाव बनायेंगी। कुल मिलाकर फर्जी शिक्षकों के लिए अब बचना आसान नहीं लग रहा है।