राष्ट्रीय

कॉम्पैक्ट केन एरिया नीति किसानों के लिए खतरनाक : रालोद

लखनऊ, 5 अक्टूबर (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा घोषित कॉम्पैक्ट केन एरिया नीति पर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने सवालिया निशान खड़े किए हैं। रालोद का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा घोषित कॉम्पैक्ट केन एरिया नीति किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाली नीति है।

रालोद प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने गुरुवार को कहा कि सरकार को चाहिए था कि गन्ना किसानों को अपना गन्ना बेचने के लिए स्वतंत्र कर दिया जाए। वह जिस मिल को अच्छा समझे, वहां पर गन्ना बेच सके और घटतौली या बिचैलियों का शिकार न हो सके।

अहमद ने कहा, वर्तमान प्रदेश सरकार के छह माह पूरे हो चुके हैं, लेकिन अब तक गन्ना किसानों के बकाया का भुगतान भी नहीं हो पाया है। इससे प्रतीत होता है कि वर्तमान सरकार केवल लच्छेदार कार्यक्रमों को पेश कर किसानों की आय दोगुनी करने की बात कर रही है, जबकि वास्तविकता यह है कि किसानों की समस्या से इनका कोई लेना देना नहीं है।

प्रदेश अध्यक्ष ने बताया, आगामी 10 अक्टूबर को बस्ती, 12 अक्टूबर को मेरठ, 15 अक्टूबर को इलाहाबाद तथा 31 अक्टूबर को गोरखपुर में रालोद कार्यकर्ताओं एवं किसान भाइयों के मिले जुले सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इन सम्मेलनों में रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी शामिल होंगे।

लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में गुरुवार को रालोद के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों द्वारा कॉम्पैक्ट केन एरिया नीति के विरोध एवं गन्ना किसानों की अन्य समस्याओं के निदान के लिए राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपा गया।

Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close