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शिवानी दुर्गा की बिग बॉस में इंट्री पर मचा बवाल, संतों ने कहा सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश

हरिद्वार। हरिद्वार। वैसे तो बिग बॉस का घर अपने आप में ही किसी युद्धस्थल से कम नहीं है। बस फर्क इतना है की पहले इस युद्धस्थल में हम रोजाना कंटेस्टेंट के बीच होने वाले युद्धों को देखते है तो अब पिछले कुछ सालों से दर्शक इसमें कंटेस्टेंट की लड़ाई के अलावा बाबाओं और बाबायिन के पचड़ों भरी गॉसिप को भी एन्जॉय करने लगे है। किन अब बाबाओं का बिग बॉस के शो में दस्तक देना किसी खतरे से कम नहीं है। पिछली बार जहां स्वामी ओम के बयानों व उनके बुरे व्यवहार को लेकर बिग बॉस के घर से लेकर मीडिया जगत तक बवाल मच गया था तो अब वहीँ एक बार फिर से बिग-बॉस सीजन-11 में आई ‘शिवानी दुर्गा’ ने तहलका मचा कर रख दिया है।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी के अनुसार जो संत बिग बॉस में जाते हैं वह संत ही नहीं है, यह संतों का अपमान है। इतना ही नहीं यह सनातन धर्म को बदनाम करने के कुचक्र चलाए जा रहे हैं। खबरों की मानें तो संतों ने बिग बॉस के घर में कथित संतों को संत मानने से ही इनकार कर दिया है। संतों की मानें तो जो बिग बॉस में जाए वह संत ही नहीं है। संत समाज ने ऐसे फर्जी संतों का बहिष्कार करने की मांग की है। बता दें कि इससे पूर्व पिछले सीजन के बिग बोस में स्वामी ओम ने खूब सुर्खिया बटोरी थी। इससे संत समाज की छवि बेहद खराब हुई थी। इसके बाद बिग बॉस के सहारे सुर्खियां बटोरने के चक्कर में ओम को पहले ही अखाड़ा परिषद फर्जी करार दे चुका है।

इस बार कथित महिला संत शिवानी दुर्गा की बिग बॉस में जाने के विरोध में संतों ने फिर से विरोध करना शुरू कर दिया है। शिवानी दुर्गा के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने साल 2015 में अपना नया अखाड़ा बनाकर सनसनी फैला दी थी।

माना जाता है कि इसकों लेकर वह संत समाज के निशाने पर आ चुकी थी। ऐसे में बिग बॉस में उनके जाने के बाद संत समाज ने एक बार फिर उनके के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र्र गिरी ने हरिद्वार में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि बिग बॉस के आयोजन संतों की आस्था पर ठेस न पहुंचाएं। विदेशी ताकतें हमारी संस्कृति को नष्ट करने पर आमादा हैं। संतों और धर्माचार्यों के बारे में अनर्गल प्रचार किया जा रहा है।

जबकि दूसरे धर्मों के बारे में कोई कुछ बोलने का तैयार नहीं। ऐसा लगाता है कि विदेशी ताकतें भारतीय संस्कृति को पूरी तरह नष्ट करना चाहती हैं। लेकिन उनके ये मंसूबे कभी कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे। भारत साधु समाज के प्रवक्ता संजय महंत ने सिनेमा की दुनिया में जाने वाले संतों की निंदा करते हुए कहा है कि हिन्दू धर्म में एक संवैधानिक कानून बनाकर ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने इस संबंध में बिग बॉस के खिलाफ सेंसर बोर्ड और सरकार से वार्ता कर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। बता दें कि अखाड़ा परिषद फर्जी संतों की दूसरी लिस्ट जल्द जारी करने वाला है। पहली लिस्ट में 14 संतों को फर्जी बताते हुए उनके नाम सार्वजनिक किए गए थे। इसमें आसराम बापू, स्वामी ओम, गुरमीत राम रहीम, राधे मां समेत कई के नाम शामिल हैं। कुल मिलाकर बिग बॉस के 11वें सीजन एक बार फिर बवाल होना तय है। अब देखना यह रोचक होगा कि घर में शिवानी दुर्गा बिग बॉस के घर में इसका कैसे जवाब देती है।

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