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दुखद: ‘पापा आप चलिए, मैं आती हूं’ बस इन शब्दों के साथ खतम हो गई बेटी की जिंदगी

मुंबई।  मुंबई में शुक्रवार को परेल-एल्फिंस्टन स्टेशनों को जोड़ने वाले एक संकरे रेलवे फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ में 22 यात्रियों की मौत हो गई। इस घटना में लगभग 30 से अधिक लोगों घायल भी हुए हैं। शुक्रवार को मुंबई के एक रेलवे फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ में जान गंवाले वाली 25 साल की श्रद्धा वार्पे ने अपने पिता से यही आखिरी शब्द कहे थे ‘पापा, आप आगे जाइए, मैं भीड़ कम होने के बाद आती हूं’… पिता किशोर वार्पे हादसा होने से ठीक कुछ ही मिनट पहले पहले ब्रिज पार गए और उनकी बेटी पीछे छूट गई। बाद में जब उन्होंने अपनी बेटी को फोन लगाया तो घंटी नहीं बजी।

अंग्रेजी अखबार की खबर की माने तो पोस्टमार्टम रूम के एक कोने में बैठे किशोर वार्पे अपनी बेटी को याद करके रोए जा रहे थे। किशोर के एक रिश्तेदार ने बताया कि इस हादसे में उनकी बेटी श्रद्धा वार्पे भी शामिल है। किशोर किसी तरह परेल से एलफिंस्टन सड़क को जोड़ने वाली ब्रिज को पार करने में कामयाब हो गए, लेकिन बेटी फंस गई। उन्होंने बताया कि किशोर ने जब श्रद्धा को आगे आने के लिए आवाज लगाई तो श्रद्धा ने कहा, ‘पापा आप आगे जाओ, मैं भीड़ कम होते ही आ जाऊंगी।’

ब्रिज से बाहर निकलने के बाद किशोर ने बेटी को फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि यह सब 10 मिनट, सिर्फ 10 मिनट में हो गया। अपनी बेटी को खो चुके किशोर के रिश्तेदार ने बताया कि घटना के बाद किशोर दोपहर में केईएम अस्पताल के शवगृह पहुंचे जहां उन्हें अपनी बेटी की लाश मिली। किशोर शवगृह के वेटिंग रूम के कोने में बैठकर अपनी बेटी के आखिरी शब्दों को याद करते हुए लगातार रो रहे थे।

लोगों की मानें तो मंजर ऐसा था कि अपनी जान बचाने के लिए लोग एक-दूसरे के ऊपर चढ़ने को मजबूर थे। कहा गया कि पुल की शेड टूटने की वजह से लोगों में अफरा-तफरी मची। उस वक्त ओवर ब्रिज पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। भीड़ में लोग दूसरे के उपर से चढ़ कर अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे

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