योगी का मणिपुरी युवक की मौत मामले में न्याय का आश्वासन
इंफाल/नई दिल्ली, 26 सितम्बर (आईएएनएस)| मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के उनके समकक्ष योगी आदित्यनाथ ने पिछले महीने नोएडा में एक मणिपुरी युवक की ‘रहस्यमय ढंग’ से हुई मौत के मामले में त्वरित न्याय का आश्वासन दिया है।
योगी और बीरेन ने सोमवार रात भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के थोड़ी देर बाद ही दिल्ली में उत्तर प्रदेश भवन में मुलाकात की थी।
बीरेन ने आईएएनएस को बताया, योगी ने जरूरत पड़ने पर किसी स्वतंत्र निकाय को जांच का जिम्मा सौंपने का आश्वासन दिया है। हालांकि उन्होंने साथ ही कहा है कि इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि इस मामले में काफी प्रगति हुई है।
आदित्यनाथ ने उन्हें बताया कि पुलिस नियंत्रण कक्ष को घटना की जानकारी देने में नाकाम रहने को लेकर तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। परविश चनम की मौत के मामले में चार अन्य लोगों पर शीघ्र ही मामला दर्ज किया जा सकता है।
मणिपुर का रहने वाला चनाम उत्तर प्रदेश में पढ़ता था। आठ सितंबर की रात वह अपने कुछ दोस्तों के साथ एक संगीत कॉन्सर्ट में गया था। उसके भाई का दावा है कि कॉन्सर्ट के बाद से ही चानम लापता था और उसने इसे लेकर स्थानीय पुलिस थाने में गुमशुदगी की रपट भी दर्ज कराई है।
चानम को डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल में गंभीर रूप से घायल अवस्था में पाया गया था। उसके सिर में गंभीर चोट थे, और दम तोड़ दिया। पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद 10 सितंबर को उसके शव का ‘लावारिस’ के रूप में अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
उसकी मौत की तारीख को लेकर भी भ्रम की स्थिति है। अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार उसकी मौत नौ सितंबर को हुई थी, जबकि शवदाह गृह के रिकॉर्ड के मुताबिक, उसकी मौत 10 सितंबर को हुई थी।
बीरेन सिंह और आदित्यनाथ दोनों ने ही अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रमोद अस्थाना की अंतरिम रिपोर्ट की जांच की है, जो चानम की मौत की जांच के लिए उत्तर प्रदेश में डेरा जमाए हुए हैं।