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नर्मदा में अवैध रेत खनन पर सरकार को फटकारें जग्गी वासुदेव : कांग्रेस

भोपाल, 22 सितंबर (आईएएनएस)| नदियों के संरक्षण और संवर्धन के प्रति जन-जागरण के लिए शुरू किए गए ‘नदी अभियान’ के अंतर्गत मुख्यमंत्री निवास में शनिवार को विशेष कार्यक्रम होने जा रहा है, जिसमें ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव मौजूद रहेंगे।

विपक्षी कांग्रेस ने सद्गुरु को पत्र लिखकर नर्मदा नदी में हो रहे प्रदूषण और रेत के अवैध खनन से अवगत कराया है और उनसे सरकार को फटकार लगाने की गुहार की है। आधिकारिक तौर पर शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि मुख्यमंत्री आवास पर होने वाले ‘नदी अभियान’ के कार्यक्रम में जग्गी वासुदेव के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उपस्थित रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि नदियों के संरक्षण और संवर्धन के प्रति जन-जागृति के लिए जग्गी वासुदेव के सान्निध्य में तीन सितंबर से शुरू यह अभियान दो अक्टूबर तक कन्याकुमारी से हिमालय तक चलेगा।

वहीं कांग्रेस के विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सद्गुरु जग्गी वासुदेव को पत्र लिखकर उनके नदी अभियान की सराहना की और मध्यप्रदेश में उनके आगमन पर स्वागत करते हुए उनसे आग्रह किया है कि वे नर्मदा सेवा के नाम पर शिवराज सरकार के ‘पाखंड’ से पूरे संत समाज को अवगत करवाएं। साथ ही नर्मदा नदी से अवैध रेत उत्खनन रोकने में असफल रहने वाली मध्यप्रदेश सरकार को सार्वजनिक मंच से को फटकार लगाएं।

नेता प्रतिपक्ष सिंह ने सद्गुरु जग्गी वासुदेव से यह भी आग्रह किया है कि वे राज्य सरकार को नर्मदा में प्रदूषण फैलाने से रोकें। उन्होंने सवाल किया है कि आखिर नर्मदा नदी के अस्तित्व को कौन खत्म कर रहा है। आम श्रद्धालु नर्मदा मैया में श्रद्धा रखता है, मगर नर्मदा मैया को नुकसान पहुंचाने वाले लोग कोई और हैं, और इन लोगों को शिवराज सरकार का पूरा संरक्षण मिल रहा है। एक तरफ नर्मदा को उद्योग प्रदूषित कर रहे हैं तो दूसरी ओर रेत का अवैध खनन जारी है।

नेता प्रतिपक्ष सिंह ने सद्गुरु को अपने पूर्व में लिखे पत्र का स्मरण कराते हुए कहा कि नर्मदा बचाने के नाम पर सिर्फ नर्मदा भक्तों से बड़ी-बड़ी अपील की गई कि वे पूजा की सामग्री नदी में न डालें, साबुन से स्नान न करें, लेकिन जो उद्योग बड़ी मात्रा में जल प्रदूषित करने वाले रसायन नर्मदा में बहा रहे हैं, उनसे एक शब्द भी नहीं कहा।

नेता प्रतिपक्ष ने सद्गुरु को आग्रह किया कि वे राजनीतिक षड्यंत्र और हथकंडों से दूर रहें। समाज में अपनी स्वीकार्यता को राजनीति का शिकार नहीं होने दें। नर्मदा मैया वास्तव में जीवनदायिनी नदी है, लेकिन नर्मदा सेवा यात्रा के जरिए भाजपा और उनसे जुड़े कई लोगों को करोड़ों की फिल्में बनाने, पोस्टर-बैनर छापने, टेंट लगाकर करोड़ों रुपये कमाने का मौका मिल गया।

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